ब्रिगेड मंच से भाजपा विरोधी दलों में एकजुटता का संदेश देंगी ममता
विपक्ष की महारैली को तैयार तृणमूल -ममता करेंगी भाजपा को दिल्ली से बेदखल करने का आह्वान -
विपक्ष की महारैली को तैयार तृणमूल
-ममता करेंगी भाजपा को दिल्ली से बेदखल करने का आह्वान
- पेश की जाएगी बंगाल की सांस्कृतिक इतिहास की झलक
जागरण संवाददाता, कोलकाता : 19 जनवरी को आयोजित होने वाली विपक्षी दलों की महारैली यानि तृणमूल की ब्रिगेड सभा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। तृणमूल प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देशानुसार पार्टी ब्रिगेड सभा को 2019 लोकसभा चुनाव से पहले का ग्रांड शो बनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती। इस दिन ममता ब्रिगेड मंच से भाजपा विरोधी दलों में एकजुटता का संदेश देने के साथ भाजपा को दिल्ली की सत्ता से बेदखल करने का आह्वान करेंगी। इतना ही नहीं निर्धारित किया गया है कि इस सभा से देश के समक्ष बंगाल की संस्कृति को पेश किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि केंद्र की यूपीए और एनडीए सरकार मे मंत्री रहीं ममता विभिन्न मुद्दों पर भाजपा की अगुवाई वाली सरकार के खिलाफ मुखर रही हैं। ममता बनर्जी बहुत पहले से ही यह संकेत देती रही हैं कि वे महज बंगाल की राजनीति तक ही सिमटकर नहीं रहना चाहतीं। 21 जुलाई को आयोजित शहीद दिवस समारोह मंच से ही उन्होंने पार्टी के लिए साल व्यापी कार्यसूची के साथ 19 जनवरी की सभा का आह्वान किया था। अपने पीएम पद की उम्मीदवारी को बेसक वे नकारती रही हैं लेकिन भाजपा विरोधी खेमे को लामबंद करने के लिए उन्होंने बीते साल कई राज्यों का दौरा किया और विभिन्न क्षेत्रीय दलों के प्रमुखों से मिलीं। समझा जाता है कि 19 जनवरी के मंच पर देश की कई पार्टियों के प्रमुख ममता के साथ मंच साझा करेंगे।
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बन रहा चार मंच, पहुंचेंगे दिग्गज
ब्रिगेड सभा के लिए महानगर के ब्रिगेड मैदान में चार मंच बनाए जा रहे हैं। मुख्य मंच पर तृणमूल नेत्री ममता बनर्जी के साथ पार्टी के कुछ हैवी वेट नेताओं के साथ राष्ट्रीय स्तर के नेता रहेंगे। यहां बता दें कि सभा के लिए ममता बनर्जी ने भाजपा विरोधी सभी दलों के प्रमुखों को आमंत्रित किया है। बताया जता है कि सभा में आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल से लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस के डाक्टर फारूक अब्दुब्ला, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, राजद से तेजप्रताप यादव के अलावा अन्य कई दिग्गज नेता पधारेंगे। सभा में कांग्रेस को भी आमंत्रित किया गया है, हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पहुंचने को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। वहीं, चार मंच में से दूसरे मंच पर तृणमूल के सांसद, विधायक व मेयर रहेंगे। तीसरे मंच पर जिलों के पार्टी अध्यक्ष अधिकारी रहेंगे जबकि चौथे मंच का निर्माण सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए किया गया है।
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देखने को मिलेगी बंगाल के लोक-संस्कृति की झलक
कहा जाता है कि पश्चिम बंगाल के पांच जिलों झाड़ग्राम, पश्चिम मेदिनीपुर, पुरुलिया, वीरभूम और बांकुड़ा में आदम युग से नव युग तक के बंगाल की झलक मिलती है। इन जिलों की लोक कला और संस्कृति काफी उन्नत है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि ममता बनर्जी इस मंच से देश में बंगाल की सांस्कृतिक इतिहास की झलक पेश करना चाहती है। यही वजह है कि 19 जनवरी के दिन जिलों से आए कलाकार विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करेंगे। विख्यात छो नाच से लेकर धामल-मादल, बाउल गान, कीर्तन आदि पेश किया जाएगा। कहा जा रहा है कि 19 जनवरी से पहले ही कलाकार महानगर पहुंच जाएंगे और यहां कार्यक्रम पेश करेंगे। इससे पहले अनुव्रत मंडल के आदेशानुसार भाजपा की रथ यात्रा के खिलाफ वीरभूम में हुए संकीर्तन की झलक भी इस दिन देखने को मिलेगी।
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मेगा शो रोक सकता है महानगर का रफ्तार
झाड़ग्राम व पश्चिम मेदिनीपुर पार्टी नेतृत्व की ओर से दावा किया गया है कि 19 जनवरी को कोलकाता में तिल तक रखने की जगह नहीं मिलेगी। प्रत्येक जिले से असंख्य बसें पार्टी कार्यकर्ताओं को लेकर महानगर पहुंचेंगी। इसके अलावा दो दिन पहले से ही कार्यकर्ता ट्रेनों से महानगर पहुंचेंगे। महानगर में कार्यकर्ताओं के ठहराने के लिए विभिन्न जगहों पर व्यवस्था की गई है।