West Bengal : मृत व्यक्ति का एटीएम कार्ड चुराकर निकाल लिए 35 लाख रुपये
नौकरानी ने मृत मालिक का एटीएम कार्ड चुरा कर हो गई थी फरार दो दामादों के साथ नौकरानी गिरफ्तार 27 लाख रुपये बरामद
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। एक मृत व्यक्ति का एटीएम कार्ड चुराकर लॉकडाउन के दौरान दो लोगों ने 35 लाख रुपये बैंक से निकाल लिए। चेहरे पर मास्क और सिर पर टोपी होने की वजह से इनकी पहचान आसान नहीं थी। पुलिस ने जांच शुरू की तो इसके पीछे किसका हाथ है, इसका पता नहीं चल रहा था। परंतु, कुछ मशक्कत के बाद पुलिस को कुछ सुराग हाथ लगे। जिसमें उस घर में काम करने वाली नौकरानी का हाथ होने के संकेत मिले। इसके बाद पुलिस ने नौकरानी और उसके दो दामादों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी तो गुत्थी सुलझ गई और उन लोगों के पास से 27 लाख रुपये बरामद हो गए। आरोपितों ने पूछताछ में कहा कि बाकी रुपये पिछले तीन माह में खर्च हो गए।
पुलिस के अनुसार दक्षिण कोलकाता में प्रिंस अनवर शाह रोड के एक बहु-मंजिला बिल्डिंग में रहने वाले अनुराग अग्रवाल को पता चला कि उनके दिवंगत पिता सत्यनारायण अग्रवाल के एक निजी बैंक के खाते से 34.90 लाख रुपये निकाले गए हैं। एक जून को उन्होंने जादवपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के अनुसार 20 मार्च से 30 मई तक लॉकडाउन के दौरान विभिन्न एटीएम से रुपये निकाले गए।
कोलकाता पुलिस के खुफिया विभाग की टीम ने घटना की जांच शुरू की। पता चला है कि नदिया के करीमपुर, कृष्णानगर, राणाघाट और हुगली के गुप्तीपाड़ा स्थिति विभिन्न एटीएम काउंटरों से रुपये निकाले गए थे। एटीएम काउंटरों के सीसीटीवी फुटेज की जांच करने पर देखा गया कि जिन दोनों ने रुपये निकाले थे उनके चेहरे पर मास्क और सिर पर टोपी है। चेहरा पहचान में नहीं आ रहा था। परंतु, पुलिस ने गुप्तचरों के माध्यम से निगरानी शुरू की।
सूत्रों के अनुसार नदिया के करीमपुर से रंजीत मल्लिक और हुगली के गुप्तीपाड़ा से सौमित्र सरकार को गिरफ्तार किया गया। दोनों से पूछ-ताछ करने के बाद पुलिस को पता चला कि उनकी सास का नाम रीता रॉय है। रीता सत्यनारायण अग्रवाल के घर में नौकरानी का काम करती थी जब वह जीवित थे। रीता को पुलिस ने नदिया से गिरफ्तार कर लिया।
रीता ने पुलिस को बताया कि सत्यनारायण अग्रवाल उस एटीएम कार्ड से पैसे निकालते थे। उन्हें उसका पिन नंबर याद नहीं था। इसलिए उनके पुत्र फोन पर एटीएम पिन एसएमएस कर दिया करते थे। रीता ने बताया कि मोबाइल में मैसेज देखकर उसने पिन नंबर याद कर लिया था। सत्यनारायण अग्रवाल की मृत्यु के बाद उसने एटीएम कार्ड चुरा लिया और घर चली गई। इसके बाद उसने अपने दो दामादों को एटीएम कार्ड सौंप दिया। पुलिस ने रंजीत के घर में तलाशी ली तो 16 लाख सौमित्र के घर से 2 लाख और एटीएम कार्ड तथा रीता के घर से 9 लाख रुपये बरामद कर लिए। तीनों को कोर्ट में पेश किया जहां अदालत उन्हें 25 अगस्त तक रिमांड पर भेज दिया।