अमृतसर-हावड़ा मेल के एसी कोच में लाखों की चोरी
-लखनऊ से हावड़ा और आसनसोल आ रहे थे परिवार -झाझा और हावड़ा जीआरपी में दर्ज कराई
-लखनऊ से हावड़ा और आसनसोल आ रहे थे परिवार
-झाझा और हावड़ा जीआरपी में दर्ज कराई गई रिपोर्ट, रेलवे की सुरक्षा पर उठे सवाल
जागरण संवाददाता, हावड़ा : रेलवे की बेहतर यात्री सुरक्षा के दावे पर शातिर चोरों ने पानी फेर दिया। डाउन अमृतसर मेल के वातानुकूलित कोच से लाखों के सामान पर हाथ साथ कर दिया गया। पीड़ित परिवार लखनऊ से हावड़ा और आसनसोल आ रहे थे। पीड़ितों ने झाझा जीआरपी में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई है। रात्रि ट्रेन के एसी कोच में चोरी की वारदात से एक बार फिर रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था और कोच में तैनात रेल कर्मियों की भूमिका पर सवाल खड़े हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार हावड़ा के वार्ड 10 अंतर्गत 24/1 दानेश शेख लेन निवासी संजय गोयल तथा आसनसोल निवासी रमेश कुमार का परिवार लखनऊ घूमने गया था। वापस लौटने के लिए गत 11 दिसंबर को लखनऊ से उनका आरक्षण 13006 डाउन अमृतसर मेल के कोच संख्या बी-2 में बर्थ 14 से 16, 31,32,35,37 तथा 25 से 30 में था। आरोप है कि रात में पटना से ट्रेन के रवाना होने के बाद झाझा से पहले बर्थ के नीचे रखी 4 अटैची तथा एक लेडीज बैग गायब हो गया था। काफी तलाश करने के बाद भी सामान का पता नहीं चला। घटना की सूचना कोच अटेंडेंट को भी दे दी गई। इसके बाद ट्रेन के झाझा स्टेशन पहुंचने पर पीड़ित परिवार ने जीआरपी में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई। 18 हजार की नगदी समेत चोरी गए सामान की कीमत करीब तीन लाख रुपये बताई गई है। आरोप है कि रात में भी एसी कोच में नियम विरुद्ध लोगों को चढ़ता उतरना जारी था। कोच में सुरक्षा कर्मी भी नदारद दिखे। खासकर रात्रि ट्रेन के एसी जैसे कोच में चोरी की वारदात ने रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है। उधर, पीड़ित यात्री संजय गोयल ने बुधवार को हावड़ा जीआरपी में भी रिपोर्ट दर्ज कराई है। बता दें कि उक्त सेक्शन में पहले भी चोरी की कई वारदातें हो चुकी हैं लेकिन आरपीएफ और जीआरपी के बीच तालमेल के अभाव में घटनाओं पर अंकुश लगाना संभव नहीं हो पा रहा है।