पूर्ण चंद्रग्रहण की रही आंखमिचोली,ग्रहों की परेड देख लोगों ने पाई अनोखी अनुभूति
शुक्रवार 27 जुलाई 2018 की रात हुए सदी के सबसे लंबे पूर्ण चंद्रग्रहण को शहर के लोग भरपूर नहीं देख पाए।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। शुक्रवार 27 जुलाई 2018 की रात हुए सदी के सबसे लंबे पूर्ण चंद्रग्रहण को शहर के लोग भरपूर नहीं देख पाए। इस रात आसमान पर बादल छाए रहने के चलते पूर्ण चंद्रग्रहण की आंखमिचोली वाली स्थिति बनी रही। इसके साथ ही ग्रहों की परेड का भी समान हाल रहा।
एक समय में भले ही समस्त ग्रहों की परेड लोग नहीं देख पाए लेकिन बादलों के लगने व छंटने के बीच अलग-अलग समय अलग-अलग ग्रह का दीदार भी हुआ। यह अनोखी अनुभूति सभी के लिए आजीवन अनुभूति सरीखी रही। उल्लेखनीय है कि इस रात पूर्ण चंद्रग्रहण के साथ ही साथ नंगी आंखों से बुध, शुक्र, बृहस्पित, शनि व मंगल ग्रह के दर्शन का भी विचित्र संयोग भी था।
ग्रहों की इस परेड के दर्शन में सिलीगुड़ी व उत्तर बंगाल समेत देश-दुनिया के लोगों की स्काई वाचर्स एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ बंगाल (स्वान) की हेल्पलाईन ने बड़ी हेल्प की। हेल्प लाईन के माध्यम से लोगों ने जाना कि आसमान में जो दिख रहा है वह ग्रह कौन-कौन सा है। उसकी जगह व दिशा के अनुसार उसके नाम आदि की लोगों ने न सिर्फ विस्तृत जानकारी ली बल्कि उसे देख व जान भी पाए।
स्वान की ओर से सिलीगुड़ी व जलपाईगुड़ी एवं असम के तजेपुर के अलावा अबूधाबी में भी पूर्ण चंद्रग्रहण हेल्पलाईन की व्यवस्था की गई थी। स्वान के सचिव देवाशीष सरकार ने बताया इन समस्त हेल्पलाईन के सहयोग से देश-दुनिया के लगभग सभी कोने से लोगों ने लाभ उठाया।
उन्होंने कहा कि गत वर्ष 2000 से लगातार 27 जुलाई को यहां आसमान साफ नहीं रहने की स्थिति के मद्देनजर किसी एक जगह से पूर्ण चंद्रग्रहण व ग्रहों की परेड दिखाने के बजाय इस बार हमने हेल्पलाईन की व्यवस्था पर जोर दिया कि कोई कहीं से भी हेल्प लेकर अपने स्तर पर देख सके क्योंकि आसमान साफ रहने की स्थिति में इस बार यह सब कुछ नंगी से आंखों से भी देखने योग्य था।
इस रात 10:44:49 से चंद्रग्रहण का प्रभाव शुरू हुआ। 11:54:27 से आंशिक ग्रहण लगने लगा। 01:00:15 से पूर्ण ग्रहण शुरू हो गया जो 02:43:12 तक रहा। उसके बाद ग्रहण छंटना शुरू हो गया जो 03:49:00 तक समाप्त हो गया। इसकी कुल अवधि 06:13:48 घंटे रही लेकिन पूर्ण चंद्रग्रहण की अवधि 01:42:57 घंटे यानी लगभग 103 मिनट रही। गौरतलब है कि पूर्ण चंद्रग्रहण अधिकतम 106 मिनट का ही हो सकता है। यह इस सदी का सबसे लंबा पूर्ण चंद्रग्रहण था।