इंतजार खत्म, अब शीघ्र हावड़ा स्टेशन में नजर आएंगे ये सारी सुविधाएं
हावड़ा स्टेशन परिसर में अवैध स्टालों को तोड़े जाने के बाद लंबे समय से खानपान की समस्या से जूझ रहे यात्रियों को अब ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
हावड़ा, जागरण संवाददाता। हावड़ा स्टेशन परिसर में अवैध स्टालों को तोड़े जाने के बाद लंबे समय से खानपान की समस्या से जूझ रहे यात्रियों को अब ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। रेल महकमे ने काफी मंथन के बाद नए स्टालों की योजना को अमलीजामा पहना दिया है।
इसके लिए अगस्त के प्रथम सप्ताह में टेंडर निकाले जाएंगे। शुरुआत में 25 स्टालों को आवंटित किए जाने का निर्णय लिया गया है, जो सिर्फ खान पान की होंगी। बता दें कि हावड़ा स्टेशन परिसर और प्लेटफार्म पर स्थित स्टालों के लाइसेंसी वेंडर की वर्षों पहले रेलवे में नौकरी लग जाने या मौत हो जाने के बाद भी स्टालों को अवैध रूप से संचालन किया जा रहा था। वर्षों मौन रहने के बाद जागे प्रशासन ने इसी वर्ष जनवरी माह में अवैध स्टालों के खिलाफ अभियान चलाकर तोड़ दिया था।
हालांकि अभियान के दौरान रेल कर्मचारियों और आरपीएफ को विरोध का सामना भी करना पड़ा था। अभियान से प्लेटफार्म पर आने जाने के लिए यात्रियों को खुली जगह तो मिल गई लेकिन रेलवे द्वारा खानपान की वैकल्पिक व्यावस्था नहीं किए जाने से यात्रियों के सामने समस्या खड़ी को गई थी। चाय, पानी, बिस्कुट आदि सामान के लिए यात्रियों को दर दर की ठोकरें खानी पड़ रही थी।
हालांकि यह स्थिति अभी भी बरकरार है। सबसे ज्यादा गर्मी के मौसम में बोतल बंद पानी नहीं मिलने के कारण यात्रियों में हा-हाकार मचा हुआ था। रेल प्रशासन की उदासीनता के चलते पानी बेचने वाले अवैध वेंडरों की चांदी हो गई थी। स्टाल आवंटन को लेकर रेलवे बोर्ड से संस्तुति मिलने के बाद यात्री सुविधा को प्राथमिकता पर रखते हुए स्टालों की संख्या पर महीनों मंथन किया गया।
आखिरकार स्टाल आवंटन के लिए टेंडर प्रक्रिया को पूरी करने पर सहमति बन गई। कुल 38 स्टालों का आवंटन
किया जाएगा। शुरुआत में कुल 25 स्टालों के लिए टेंडर निकाले जाएंगे।
उक्त स्टालों में गैस चूल्हा नहीं जलाया जा सकता। स्टालों में बोतल बंद पानी, बनी बनाई चाय, मशीन वाली काफी, बिस्कुट, चिप्स, केक आदि सामान बेचा जा सकता है। हावड़ा के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक जीसी प्रधान ने बताय कि अगस्त के पहले सप्ताह संभवता शुक्रवार को स्टालों के लिए टेंडर निकाले जाएंगे। इसके बाद प्रक्रियाओं को पूरा कर अक्टूबर या नवंबर में नए स्टालों क आवंटन कर दिया जाएगा।