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West Bengal : सुशांत सिंह राजपूत खुदकुशी के बाद टॉलीवुड में भी गरमाया 'नेपोटिज्म' का मुद्दा

अभिनेत्री श्रीलेखा मित्रा ने बांग्ला फिल्मों के सुपरस्टार प्रसेनजीत चटर्जी पर साधा निशाना-कहा-टॉलीवुड को अपने नियंत्रण में रखने की कोशिश करते थे प्रसेनजीत

By Preeti jhaEdited By: Published: Sun, 21 Jun 2020 04:41 PM (IST)Updated: Mon, 22 Jun 2020 09:45 AM (IST)
West Bengal : सुशांत सिंह राजपूत खुदकुशी के बाद टॉलीवुड में भी गरमाया 'नेपोटिज्म' का मुद्दा
West Bengal : सुशांत सिंह राजपूत खुदकुशी के बाद टॉलीवुड में भी गरमाया 'नेपोटिज्म' का मुद्दा

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के खुदकुशी करने को लेकर बॉलीवुड में छिड़ा 'नेपोटिज्म' का मुद्दा अब टॉलीवुड में भी गरमा गया है। वरिष्ठ अभिनेत्री श्रीलेखा मित्रा ने इसे लेकर सीधे बांग्ला फिल्मों के सुपरस्टार प्रसेनजीत चटर्जी पर निशाना साधा है। श्रीलेखा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रसेनजीत एक समय टॉलीवुड को अपने नियंत्रण में रखने की कोशिश करते थे। उन्हीं के इशारे पर उन्हें एक फिल्म में मुख्य अभिनेत्री की भूमिका से भी हटा दिया गया था।

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अपने यूट्यूब चैनल पर श्रीलेखा ने कहा-'बांग्ला फिल्म उद्योग में हमेशा हीरो अपनी प्राथमिकताएं तय करते हैं।प्रसेनजीत एक समय टॉलीवुड को अपने नियंत्रण में रखने की कोशिश करते थे। सारे फिल्मकार उन्हें संतुष्ट करने में लगे रहते थे। सारी खूबियां होने के बावजूद मुझे फिल्मों में सेकेंड लीड अथवा हीरो की बहन का किरदार निभाने को कहा गया। एक फिल्म में बुम्बा दा (प्रसेनजीत चटर्जी) ने तो इसलिए मेरे साथ काम करने से इन्कार कर दिया था क्योंकि उन्हें लगा था कि मेरे कारण फिल्म की टिकटें नहीं बिकेंगी। वे दूसरी अभिनेत्री के साथ काम करना चाहते थे, हालांकि बाद में वह रोल मुझे ही मिला था।'

श्रीलेखा ने एक और किस्सा बयां करते हुए कहा-'फिल्म सागर बन्या की शूटिंग के लिए दीघा जाते वक्त मेरा एक्सीडेंट हो गया था। फिल्म में प्रसेनजीत और इंद्राणी हालदार की जोड़ी थी। मैं दीघा के एक अस्पताल में भर्ती थी। फिल्म के निर्माता और यूनिट से जुड़े लोग मुझे देखने अस्पताल आए थे लेकिन प्रसेनजीत ने सौजन्यमूलक आना जरुरी नहीं समझा।

श्रीलेखा ने बांग्ला फिल्मों की चर्चित अभिनेत्री रितुपर्णा सेनगुप्ता पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा-'रितुपर्णा कभी भी सेट पर समय पर नहीं आती थीं। सब उनका इंतजार करते थे जबकि हमें हमेशा समय पर आकर साबित करना पड़ता था कि हम काम के प्रति गंभीर है, फिर भी फिल्मों में रितुपर्णा को ही सभी प्राथमिकता देते थे। प्रसेनजीत रितुपर्णा के साथ ही फिल्मों में जोड़ी बनाना पसंद करते थे।'

श्रीलेखा ने आगे कहा-'एक अभिनेत्री के तौर पर मुझमें काफी संभावनाएं थीं लेकिन मुझे कभी मुख्य भूमिका का दावेदार नहीं माना गया और कभी उस तरह से मौका नहीं दिया गया।'

'हठात बृष्टि', 'आश्चोरजो प्रदीप' समेत कई बांग्ला फिल्मों में काम कर चुकीं 44 वर्षीया अभिनेत्री ने कहा-'इंडस्ट्री में मेरा कोई गॉडफादर नहीं रहा है और न ही काम पाने की चाहत में मैंने कभी भी किसी के साथ नजदीकियां बढ़ाने की कोशिश की। मैं इस समय बहुत नकारात्मकता से जूझ रही हूं लेकिन मैंने हमेशा अपनी पवित्रता को बचाए रखने का पूरा प्रयास किया है। मुश्किल समय है लेकिन मैं इससे लड़ रही हूं। मैं पिछले कई वर्षों से अन्याय के खिलाफ संघर्ष कर रही हूं।'

श्रीलेखा के दावों पर बांग्ला फिल्म निर्देशक हारानाथ चक्रवर्ती ने कहा-'श्रीलेखा की टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है। निर्देशक दर्शकों को खींचने की क्षमता और किरदारों के आधार पर कलाकारों का चयन करते हैं। अभिनेता निर्माता-निर्देशकों को कास्टिंग को लेकर प्रभावित नहीं करते।' 


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