एक ओर राहुल व ममता में वार्ता, दूसरी ओर हाईकोर्ट में कांग्रेस
राजनीति में जो न हो वही कम है। एक ओर भाजपा व मोदी को हराने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कुछ भी करने को आतुर दिख रहे हैं।

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। राजनीति में जो न हो वही कम है। एक ओर भाजपा व मोदी को हराने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कुछ भी करने को आतुर दिख रहे हैं। इसी कड़ी में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से राहुल गांधी ने टेलीफोन पर बात की है।
यह बातें वैसे तो तीन पूर्व हुई है लेकिन मीडिया में खबर गुरुवार आई है। खबर है कि सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआइ) दीपक मिश्रा के खिलाफ संसद में महाभियोग प्रस्ताव लाने को लेकर चर्चा हुई है। परंतु, माना जा रहा है कि उससे बड़ी बात यह है कि मोदी व भाजपा विरोधी तीसरा मोर्चा बनाने को जुटी ममता व राहुल के बीच जो भी मतभेद था वह दूर होने के आसार दिखाई देने लगे हैं।
वहीं दूसरी ओर बंगाल की कांग्रेस इकाई ने पंचायत चुनाव के नामांकन में हो रही ¨हसा और तृणमूल कांग्रेस पर विरोधी दलों को नामांकन नहीं भरने देने का आरोप लगाते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट में गुरुवार को मुकदमा दायर किया है। यही नहीं हाईकोर्ट में अधिवक्ताओं का कार्य बंद आंदोलन जारी है। इसीलिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी कुछ अधिवक्ता के रूप में अपने मुकदमे की पैरवी करेंगे।
चौधरी ने गुरुवार को भी ममता सरकार पर जमकर हमला बोला है जिसमें उन्होंने कहा कि राज्य में गणतंत्र नाम की कोई चीज नहीं है। ¨हसा के बल पर चुनाव जीतने की कोशिश हो रही है। वहीं एक ओर राहुल गांधी द्वारा ममता से भाजपा विरोधी दलों को एकजुट करने व सीजेआइ के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने को लेकर चर्चा कर रहे हैं और दूसरी ओर उन्हीं की पार्टी के नेता तृणमूल के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है।
यही नहीं पंचायत चुनाव के निचले स्तर पर कुछ जिलों में सीटों पर तृणमूल के खिलाफ वामपंथी दलों के साथ कांग्रेस समझौता करने के पक्ष में भी दिख रही है। कांग्रेस की यह सियासत अजब गजब से कम नहीं दिख रही।

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