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अंगरक्षक की मौत मामले की जांच के सिलसिले में सीआइडी के समक्ष पेश नहीं हुए सुवेंदु अधिकारी

राज्य के आपराधिक जांच विभाग ने अधिकारी को आज कोलकाता स्थित भवानी भवन मुख्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया है। भाजपा नेताओं के मुताबिक नेता प्रतिपक्ष अधिकारी का कोलकाता से करीब 180 किलोमीटर दूर बांकुरा में एक संगठनात्मक बैठक को संबोधित करने का कार्यक्रम है।

By Priti JhaEdited By: Published: Mon, 06 Sep 2021 11:09 AM (IST)Updated: Mon, 06 Sep 2021 03:08 PM (IST)
अंगरक्षक की मौत मामले की जांच के सिलसिले में सीआइडी के समक्ष पेश नहीं हुए सुवेंदु अधिकारी
बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता व भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता व भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी अपने एक अंगरक्षक की संदिग्ध मौत के मामले की जांच के सिलसिले में राज्य अपराध जांच विभाग (सीआइडी) के समक्ष सोमवार को पेश नहीं हुए। एक अधिकारी के मुताबिक सुवेंदु ने सूचित किया कि वह व्यस्त हैं।

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नंदीग्राम से विधायक सुवेंदु अधिकारी को उनके अंगरक्षक शुभव्रत चक्रवर्ती की 2018 में हुई मौत के मामले की जांच के सिलसिले में यहां भवानी भवन स्थित सीआइडी के मुख्यालय में जांच अधिकारियों के समक्ष सोमवार की सुबह 11 बजे पेश होने को कहा गया था। सीआइडी के एक अधिकारी ने बताया, उन्होंने (सुवेंदु) सुबह करीब साढ़े नौ बजे हमें मेल किया जिसमें कुछ राजनीतिक व्यस्तताओं का हवाला देते हुए कहा कि वह यहां आकर हमारे अधिकारियों से नहीं मिल सकेंगे।

एजेंसी के एक सूत्र ने बताया कि अधिकारी की ओर से मेल प्राप्त होने के बाद सीआइडी ने जांच के अगले संभावित कदमों पर विचार विमर्श करने के लिए बैठक की। बैठक में यह विचार किया गया कि क्या सुवेंदु को और समन भेजे जाने चाहिए। हालांकि सुवेंदु से इस बारे में संपर्क नहीं हो सका।बता दें कि प्रदेश भाजपा ने एक दिन पहले ही संकेत दे दिया था कि सुवेंदु सोमवार को सीआईडी के सामने पेश नहीं होंगे और वह पार्टी की ओर से बांकुड़ा जिले में सांगठनिक बैठक में हिस्सा लेंगे।

गौरतलब है कि इससे पहले जांच दल के सदस्य इस मामले की जांच के सिलसिले में अधिकारी के आवास भी गए थे। अधिकारी के अंगरक्षक शुभव्रत चक्रवर्ती ने अक्टूबर 2018 में अधिकारी के कांथी आवास के बाहर सुरक्षा शिविर में अपनी सर्विस रिवाल्वर से कथित रूप से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में सीआइडी अब तक 11 पुलिसकर्मियों समेत 15 से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है। राज्य सशस्त्र पुलिस के जवान चक्रवर्ती उस समय से अधिकारी के सुरक्षा घेरे में शामिल थे जब वह तृणमूल कांग्रेस के सांसद थे। अधिकारी 2015 में जब प्रदेश सरकार में मंत्री बने, तब भी चक्रवर्ती उनके सुरक्षा दस्ते में शामिल रहे।

सुवेंदु के गाड़ी चालक और करीबी को भी किया गया है तलब

बता दें कि इस मामले में सुवेंदु के गाड़ी चालक शंभू माइति और उनके एक करीबी संजीव शुक्ला को भी सीआइडी ने सात सितंबर, मंगलवार को तलब किया है। गौरतलब है कि करीब तीन वर्ष पहले अंगरक्षक की मौत के बाद पुलिस ने शुरुआती जांच के पश्चात आत्महत्या बताते हुए यह मामला बंद कर दिया था। परंतु अचानक विधानसभा चुनाव के बाद चक्रवर्ती की पत्नी ने हत्या की आशंका जताते हुए मामले की फिर से जांच की मांग को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसके बाद जुलाई में यह केस सीआइडी को सौंप दिया गया।

वहीं, सुवेंदु का आरोप है कि जो केस बंद हो चुका था उसे फिर से खोला गया, यह सिर्फ सियासी प्रतिशोध के तहत हो रहा है। क्योंकि हमने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नंदीग्राम में पराजित कर दिया। इसी के बाद यह मुकदमा किया गया है।


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