सुवेंदु अधिकारी ने मंत्री पार्थ चटर्जी को बताया शिक्षक भर्ती घोटाले का मास्टरमाइंड, गिरफ्तारी की मांग की
राज्यपाल से मुलाकात के बाद अधिकारी ने पार्थ चटर्जी पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और उन्हें एसएससी भर्ती घोटाले का मास्टरमाइंड कहा। पार्थ इस मामले में आरोपित हैं और उन पर शिक्षा मंत्री रहने के दौरान शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितता का आरोप है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती में हुई कथित अनियमितता को राज्य की सियासत इस समय गर्म है। कलकत्ता हाईकोर्ट ने इस मामले में कड़ा रुख अख्तियार किया है और इस मामले की सीबीआइ जांच के आदेश से लेकर अदालत एक के बाद एक कड़ा दिशा निर्देश दे रहा है। इन सबके बीच विधानसभा में विपक्ष के नेता व भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर ममता सरकार के खिलाफ हमलावर हैं। उन्होंने इस मामले में बुधवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात की और उनसे मामले में गहन जांच की मांग की।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद अधिकारी ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और उन्हें ‘‘एसएससी भर्ती घोटाले का मास्टरमाइंड’’ कहा। बता दें कि पार्थ इस मामले में आरोपित हैं और उन पर शिक्षा मंत्री रहने के दौरान शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितता का आरोप है। अदालत के आदेश के बाद बुधवार शाम में पार्थ चटर्जी से सीबीआइ ने कई घंटे तक पूछताछ भी की थी। इससे पहले सीबीआइ पूछताछ से बचने के लिए उन्होंने हाई कोर्ट की खंडपीठ का भी दरवाजा खटखटाया था लेकिन वहां से निराशा हाथ लगी जिसके बाद वे शाम में जांच एजेंसी के समक्ष पेश हुए। सुवेंदु ने मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी की भी मांग की।
नंदीग्राम से भाजपा विधायक अधिकारी ने यह भी दावा किया कि राज्य में विधानसभा चुनाव 2024 में लोकसभा चुनाव के साथ ही होंगे न कि 2026 में। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि जिस तरह से चीजें सामने आ रही हैं, विधानसभा और लोकसभा चुनाव 2024 में साथ-साथ होंगे।अधिकारी ने कहा कि देश में यह अभूतपूर्व है कि राज्य के दो मंत्रियों को अदालत ने एक ही दिन केंद्रीय जांच एजेंसी के सामने पेश होने को कहा। उन्होंने आरोप लगाया कि दो मंत्रियों चटर्जी और परेश अधिकारी ने एसएससी के लाखों योग्य उम्मीदवारों को नौकरी से वंचित कर दिया है।
इधर, उनकी टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, कानून अपना काम करेगा, और हमें न्यायपालिका पर विश्वास है, लेकिन सीबीआइ से मेरा सवाल यह है कि भ्रष्टाचार के कई मामलों में आरोपित सुवेंदु अधिकारी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा है?’’ बता दें कि विद्यालयों से संबंधित नियुक्तियों में कथित अनियमितताओं को लेकर उठे विवाद के बीच पश्चिम बंगाल विद्यालय सेवा आयोग के अध्यक्ष सिद्धार्थ मजूमदार ने भी बुधवार शाम को अपने पद से इस्तीफा दे दिया और शिक्षा सचिव मनीष जैन ने इसे स्वीकार कर लिया। स्कूल शिक्षा विभाग ने अब समग्र शिक्षा मिशन राज्य परियोजना निदेशक शुभ्रा चक्रवर्ती को आयोग में शीर्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी है।