सुवेंदु अधिकारी का तृणमूल समर्थकों के नाम खुला पत्र, कहा-10 साल के शासन में नहीं हुआ बदलाव, जंग जारी रखेंगे
तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने वाले सुवेंदु अधिकारी ने शनिवार को अपने समर्थकों से कहा कि हम मिलकर एक साथ नये रास्ते पर चलेंगे। आगे बढ़ेंगे। तीन दशक पहले जो लड़ाई शुरू की थी उसे जारी रखेंगे।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने वाले सुवेंदु अधिकारी ने शनिवार को अपने समर्थकों से कहा कि हम मिलकर एक साथ नये रास्ते पर चलेंगे। आगे बढ़ेंगे। तीन दशक पहले जो लड़ाई शुरू की थी, उसे जारी रखेंगे। सुवेंदु ने तृणमूल कांग्रेस के अपने समर्थकों को संबोधित एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि पिछले 10 साल में कोई बदलाव नहीं आया। सुवेंदु ने कहा कि जमीनी स्तर के नेताओं ने थोड़ा-थोड़ा काम करके पार्टी को खड़ा किया। जिन लोगों ने पार्टी को खड़ा किया, उन्हें महत्व नहीं दिया गया। व्यक्तिगत स्वार्थ में लिप्त लोगों को पार्टी में महत्व दिया गया। राज्य की जनता को सच्चाई बतानी होगी। उनके भले के लिए काम करना होगा। राज्य की जनता को तय करना है कि वे क्या करेंगे।
श्री अधिकारी ने कहा कि पिछले 10 साल में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। आज हम मुश्किल वक्त से गुजर रहे हैं। हमें कड़े फैसले लेने होंगे। राज्य के विकास के लिए एक रास्ता चुनना होगा। इसलिए मैंने सरकार और पार्टी के सभी पद छोड़ दिये। श्री अधिकारी ने कहा कि 10 साल तक सत्ता में रहने के बाद अब दुआरे सरकार जैसी योजना शुरू करनी पड़ रही है।
श्री अधिकारी ने कहा कि हम सबको मिलकर एक नया रास्ता अपनाना होगा। उस रास्ते पर एक साथ आगे बढऩा होगा। उम्मीद है कि आप लोग मेरा साथ देंगे। तीन दशक पहले जिन आदर्शों के साथ मैंने लड़ाई शुरू की थी, उसे आगे बढ़ाऊंगा। अमित शाह की रैली में भाजपा में शामिल होने के बाद श्री अधिकारी ने ममता बनर्जी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी पर भी प्रहार किया।
सुवेंदु अधिकारी ने अपने संबोधन में तृणमूल सरकार और उसके नेतृत्व पर जमकर हमला बोला। उन्होंने ममता बनर्जी के भाईपो (भतीजा) को सार्वजनिक रूप से तोलाबाज करार दिया। उन्होंने मेदिनीपुर की जनता के सामने कहा कि हां, उन्होंने कभी कहा था कि भाजपा हटाओ, देश बचाओ। तब वह तृणमूल में थे। आज उस पार्टी में कोई स्वाभिमानी व्यक्ति नहीं रह सकता। इसलिए पार्टी छोड़ दी है। और अब कह रहा हूं कि तोलाबाज 'भाईपोÓ हटाओ, तृणमूल हटाओ।