Cyclone Amphan:आफत के साथ राहत भी लेकर आया था सुपर साइक्लोन, मई के गरम मिजाज को कर दिया था ठंडा
सुपर साइक्लोन एम्फन ने जहां एक तरफ बंगाल में भारी तबाही मचाई वहीं दूसरी तरफ मई में पड़ने वाली भीषण गर्मी से राहत भी दी।
कोलकाता, विशाल श्रेष्ठ। Cyclone Amphan सुपर साइक्लोन 'एम्फन' ने जहां एक तरफ पश्चिम बंगाल में भारी तबाही मचाई, वहीं दूसरी तरफ मई में पड़ने वाली भीषण गर्मी से राहत भी दी। एम्फन ने मई के गरम मिजाज को ठंडा कर दिया। उसके कारण ही पश्चिम बंगाल में पिछले महीने पारा 40 डिग्री को पार नहीं कर पाया। बांकुड़ा, पुरुलिया और पश्चिम मेदिनीपुर जैसे जिलों में भी नहीं, जो भीषण गर्मी के लिए कुख्यात हैं।
अलीपुर मौसम कार्यालय के निदेशक गणेश कुमार दास ने बताया-'कोलकाता में मई में अधिकतम तापमान 38.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो 17 तारीख को दर्ज हुआ था, वहीं न्यूनतम तापमान 20 मई को 26.8 डिग्री रहा। कोलकाता समेत दक्षिण बंगाल के किसी भी जिले में मई में पारा 40 डिग्री को पार नहीं कर पाया। महीने के औसत तापमान के आधार पर कहा जा सकता है कि बंगाल में पिछले कुछ वर्षों में यह सबसे ठंडी मई रही है।'
दास ने आगे कहा-'सुपर साइक्लोन इसका एक प्रमुख कारण है। उसकी वजह से दक्षिण बंगाल में सामान्य से 109 फीसद ज्यादा बारिश हुई है। मई में कोलकाता में अमूमन 124.9 मिलीमीटर बारिश होती है, जबकि 383.7 मिलीमीटर दर्ज हुई है यानी 207 फीसद ज्यादा।
सुपर साइक्लोन 'एम्फन' ने जहां एक तरफ बंगाल में भारी तबाही मचाई, वहीं दूसरी तरफ मई में पड़ने वाली भीषण गर्मी से राहत भी दी। एम्फन ने मई के गरम मिजाज को ठंडा कर दिया। उसके कारण ही बंगाल में पिछले महीने पारा 40 डिग्री को पार नहीं कर पाया। बांकुड़ा, पुरुलिया और पश्चिम मेदिनीपुर जैसे जिलों में भी नहीं, जो भीषण गर्मी के लिए कुख्यात हैं। इससे पहले बंगाल में अप्रैल में भी सामान्य से दुगनी बारिश हुई थी, जिससे तापमान ज्यादा बढ नहीं पाया था। कोलकाता में अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस रहा था।' दास ने इस साल मानसून के 11 जून तक कोलकाता पहुंचने की उम्मीद जताई है।