चक्रवात बुलबुल से क्षतिग्रस्त सुंदरवन में अब बीमारी का खतरा
जागरण संवाददाता कोलकाता दक्षिण 24 परगना जिले के सुंदरवन में चक्रवात बुलबुल से तबाही के बाद अ
जागरण संवाददाता, कोलकाता : दक्षिण 24 परगना जिले के सुंदरवन में चक्रवात बुलबुल से तबाही के बाद अब पानी से उत्पन्न होने वाली बीमारी का खतरा मंडराने लगा है। सुंदरवन के नामखाना, फ्रेजरगंज और बकखाली आदि इलाकों में सर्दी-खांसी, बुखार व अन्य बीमारियों से त्रस्त दर्जनों लोगों को काकद्वीप महकमा व अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। इससे पूरे सुंदरवन में भय का माहौल पैदा हो गया है। सरकार की ओर से प्रभावित इलाकों में मेडिकल टीम भी भेजी जा रही है। सुंदरवन विकास मामलों के मंत्री मंटू राम पाखिरा खुद क्षतिग्रस्त इलाकों का दौरा कर वहां जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने का निर्देश दे चुके हैं, लेकिन लोगों में व्याप्त भय कम नहीं हो रहा है।
गौरतलब हो कि बीते शनिवार को चक्रवात बुलबुल फ्रेजरगंज और बकखाली के मध्य से बंगाल में प्रवेश किया था। 130 से 135 किलोमीटर की तेज रफ्तार से हवाएं चली थी, जिसमें हजारों पेड़ और कच्चे मकान ढह गए। सैकड़ों मवेशियों और अब तक एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। नदी के बांध में दरार आने से गांव में घरों में पानी घूस गया है। लोगों का जीना मुहाल है। पानी में मवेशियों के मरने के चलते ही संक्रमण फैलने लगा है, जिसकी चपेट में लोग आने लगे हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीते दिनों हवाई निरीक्षण किया था। इसके अलावा भाजपा, कांग्रेस और वाम मोर्चा के नेताओं और प्रतिनिधिमंडल के अलावा शुक्रवार को केंद्रीय दल ने भी सुंदरवन के क्षतिग्रस्त हिस्सों का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया।