मगरमच्छों की संख्या बढ़ाने को बंगाल सरकार ने बनाई योजना
- बकखाली में अब दोगुने स्तर पर होगा मगरमच्छों का प्रजनन - राज्य वन विभाग ने बनाई 10 साल की
- बकखाली में अब दोगुने स्तर पर होगा मगरमच्छों का प्रजनन
- राज्य वन विभाग ने बनाई 10 साल की प्रबंधन कार्ययोजना
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : मगरमच्छों की घटती आबादी को देखते हुए राज्य वन विभाग अब इसके संरक्षण पर विशेष जोर दे रहा है। इसके तहत सुंदरवन बायोस्फीयर रिजर्व (एसबीआर) क्षेत्र के अंतर्गत बकखाली स्थित भागवतपुर मगरमच्छ परियोजना का विस्तार करते हुए बड़े पैमाने पर मगरमच्छों के प्रजनन के लिए 10 साल की प्रबंधन योजना बनाई गई है। एसबीआर के निदेशक आरपी सैनी ने बताया कि बकखाली में राज्य का एकमात्र व सबसे बड़ा मगरमच्छ पार्क है जहां अभी छोटे स्तर पर मगरमच्छों का प्रजनन कराया जाता है। लेकिन, अब यहां बड़े पैमाने पर मगरमच्छों के प्रजनन का फैसला लिया गया है। उन्होंने बताया कि अब भागवतपुर मगरमच्छ परियोजना क्षेत्र में सुधार व इसके विस्तारीकरण का कार्य समाप्त होने के बाद प्रजनन कार्य दोगुना हो जाएगा। सैनी ने बताया, यहां एक वर्ष में 15 से अधिक मगरमच्छ के प्रजनन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रजनन के बाद तीन साल की अवधि पूरा होने के बाद मगरमच्छों को सुंदरवन की नदियों में छोड़ दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि एक बार बड़े पैमाने पर मगरमच्छों का प्रजनन कार्य पूरा होने के बाद हम गाइड की एक टीम भी तैयार करेंगे जो प्रजनन प्रक्रिया के बारे में विस्तार से पर्यटकों को भी बता सकेंगे। इस खतरनाक जीव की प्रजनन प्रक्रिया को नजदीक से देखने का प्रर्यटकों को भी मौका मिलेगा।