बंगाल में करारी शिकस्त के बाद बोले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष- तीन से हम 80 सीटें जीते, ये भी कम बड़ी बात नहीं
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि वे हार के कारणों पर चर्चा करेंगे और उसके बाद फिर आगे बढ़ेगे। दिलीप घोष ने कहा कि आज जहां पर खड़े हैं पिछले चुनाव 2016 में तीन सीट हासिल हुई थी और आ
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल चुनाव में पूरे दमखम के साथ उतरी भाजपा को ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सामने करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। बुरी तरह से मिली हार के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि वे हार के कारणों पर चर्चा करेंगे और उसके बाद फिर आगे बढ़ेगे। दिलीप घोष ने कहा कि आज जहां पर खड़े हैं पिछले चुनाव 2016 में तीन सीट हासिल हुई थी और आज 80 के आसपास है, ये भी कम बड़ी बात नहीं है। शायद ही इतिहास में पहले कभी ऐसा हुआ होगा।
घोष ने कहा कि बंगाल चुनाव में हमने बहुत बड़ा टारगेट रखा था, लंबी छलांग लगाई थी लेकिन सफल नहीं हो पाए। उन्होंने कहा कि जितना भी हुआ ये कम नहीं है, और इसलिए अध्यक्ष के रूप में हमारे कार्यकर्ता, हमारे नेतृत्व सबको धन्यवाद करता हूं। इसके साथ ही जनता ने इतना आगे कर दिया इसके लिए धन्यवाद करता हूं।
हिंसा पर बोले दिलीप घोष
दिलीप घोष ने चुनाव नतीजे के बाद राज्य में भाजपा के दफ्तर जलाए जाने की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनाव के बाद हिंसा की घटनाएं स्वाभाविक है, चुनाव के बाद होता रहता है। लेकिन सरकार में जो है वो अगर हिंसा करता है तो उसे कौन रोकेगा? उन्होंने कहा कि अभी चुनाव आयोग भी है, केंद्रीय बल भी है उन्हें भी देखना चाहिए कि हिंसा ना हो।हिंसा ना हो इसलिए ही लोगों ने वोटिंग की थी।
अच्छे विपक्ष के तौर पर करेंगे काम
घोष ने आगे कहा कि संयुक्त मोर्चा का कोई एजेंडा नहीं था, एक मौकापरस्त था। एक सशक्त विपक्ष के रूप में हमें मौका दिया है। मैं संगठन प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी के तौर पर सेवा करूंगा। अच्छे विपक्ष के रूप में हम काम करेंगे। जनता जनार्दन जिंदाबाद, मुझे लगता है कि कमी रह गई। उन्होंने आगे कहा- हमने कहा था कि दो तारीख को वह (ममता बनर्जी) व्हील चेयर छोड़ देंगी, मेरी बात को उन्होंने ठीक साबित किया।