मांग पूरी होने के बाद ही खत्म करेंगे आंदोलन
- सेना की आपत्ति के बावजूद जगह छोड़ने को तैयार नहीं एसएससी अभ्यर्थी - जांच के लिए शिक्षा मंत्री न
- सेना की आपत्ति के बावजूद जगह छोड़ने को तैयार नहीं एसएससी अभ्यर्थी
- जांच के लिए शिक्षा मंत्री ने गठित की हैं पांच सदस्यीय कमेटी
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जागरण संवाददाता, कोलकाता : कोलकाता के मेयो रोड में पिछले 25 दिनों से धरने पर बैठे एसएससी अभ्यर्थियों को हटाने के लिए आखिरकार सेना ने कोशिशें तेज कर दी है। दरअसल जिस मैदान में ये लोग धरने पर बैठे हैं वह भारतीय सेना के पूर्वी कमान के अधीन है। गत 28 फरवरी से एसएससी प्रार्थियों ने अपना धरना शुरू किया था। तब सेना को लगा था कि एक या दो दिन में सब कुछ ठीक हो जाएगा लेकिन इस आदोलन का आज 25वा दिन है और आज भी 450 अभ्यर्थी यहा धरने पर बैठे हैं। इस वजह से सेना ने कोलकाता पुलिस आयुक्त अनुज शर्मा को एक चिट्ठी देकर कहा है कि बिना किसी अनुमति पिछले 25 दिनों से अभ्यर्थी मैदान में धरने पर बैठे हैं। उन्हें हटाना होगा।
शनिवार देर शाम को पुलिस के अधिकारियों ने धरना अभ्यर्थियों से मुलाकात की और सेना की चिट्ठी दिखाकर जगह छोड़ने को कहा था। रविवार को अभ्यर्थियों ने साफ कर दिया है कि वह तब तक यहा से नहीं हटेंगे जब तक उनकी नौकरी के संबंध में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जाता। जबरदस्ती हटाए जाने पर प्रतिरोध करने की चेतावनी भी इन लोगों ने दी है। आदोलनरत लोगों में से एक राकेश प्रमाणिक ने रविवार को बताया कि शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने हमारे आरोपों की जाच के लिए पाच सदस्यीय जाच कमेटी का गठन किया है। कमेटी से बातचीत चल रही है। जब तक इसका समाधान नहीं होगा तब तक हमारा आदोलन खत्म होने वाला नहीं है। ऐसे में हम लोग यहा से नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि पुलिस या सेना हमारे साथ जबरदस्ती नहीं करेगी। अगर जबरदस्ती होती है तो हम इसका प्रतिरोध करेंगे।
उल्लेखनीय है कि गत 28 फरवरी से यहा 450 से अधिक अभ्यर्थी धरने पर बैठे हुए हैं। इधर शुक्रवार को राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने अनशनरत इन लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए शिक्षा सचिव मनीष जैन के नेतृत्व में पांच सदस्यीय जाच कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी के पास रविवार तक सारे आरोपों को जमा करने का निर्देश एसएससी अभ्यर्थियों को दिया गया है। 15 दिनों के अंदर इसके समाधान का आश्वासन शिक्षा मंत्री ने दिया है।
यहां धरने पर बैठे नौकरी प्रार्थियों में सैकड़ों लोगों की तबीयत बिगड़ी है और प्राथमिक इलाज के बाद वे वापस आकर धरने पर बैठे हैं। शनिवार को भी नदिया जिले की तानिया सेठ नाम की एक नौकरी प्रार्थी की तबीयत बिगड़ गई। ये सारे अभ्यर्थी 2016 में ही एसएससी की परीक्षा पास कर चुके हैं लेकिन तीन सालों से उन्हें नौकरी देने के बजाय वेटिंग पर रखा गया है।