स्पाइस जेट के इंजीनियर को मरणोपरांत 23 वर्ष तक मिलेगा वेतन व 30 लाख का मुआवजा
कोलकाता हवाई अड्डे पर 22 वर्षीय इंजीनियर की लैंडिंग गियर में फंस कर हो गई थी मौत परिजनों को मिलेगा 30 लाख रुपये का मुआवजा बहनों की पढ़ाई खर्च भी वहन करेगी स्पाइस जेट।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय (एनएससीबीआइ) हवाई अड्डे पर गत मंगलवार को स्पाइस जेट की बोइंग 737 की मरम्मत के दौरान लैंडिंग गियर में फंसकर मारे गए 22 वर्षीय इंजीनियर (तकनीशियन) रोहित विरेंद्र पांडेय के परिजनों को स्पाइस जेट ने मुआवजे के रूप में अगले 23 वर्ष तक प्रति माह 25000 रुपये वेतन के रूप में देने का निर्णय लिया है। यानी रोहित की मौत के बाद 23 वर्ष तक उसे प्रतिमाह वेतन मिलता रहेगा।
यही नहीं, बीमा पॉलिसी के तहत परिजनों को तत्काल 30 लाख रुपये का मुआवजा भी दिया जाएगा। इसके अलावा मृत रोहित की दो बहनों की पढ़ाई-लिखाई का खर्चा भी वहन करने की घोषणा की गई है। गौरतलब हो कि गत मंगलवार की देर रात स्पाइस जेट की बोइंग 737 के लैंडिंग गियर में काम करने के दौरान अचानक गेट बंद हो जाने के कारण उसमें दबकर रोहित की मौत हो गई थी। अग्निशमन विभाग की मदद से करीब एक घंटे के प्रयास के बाद गैस कटर से काट कर रोहित के शव को गेट से बाहर निकाला गया था। उसने तीन माह पहले ही कोलकाता एयरपोर्ट पर ज्वाइन किया था।
डीजीसीए कर रही जांच
उधर, एयरपोर्ट पर हादसे में तकनीशियन रोहित की हुई मौत की जांच डीजीसीए ने शुरु कर दी है। इस बाबत गुरुवार को डीजीसीए की ओर से दिल्ली स्थित हेड क्वाटर में जांच की प्राथमिक रिपोर्ट भी सौंपी गई है। उसमें मंगलवार की देर रात हुई घटना की विस्तृत जानकारी दी गई है।
अधिकारियों की मानें तो डीजीसीए की टीम कई अहम बिंदुओं को लेकर जांच कर रही है। मसलन दुर्घटना की मुख्य वजह, तकनीशियन जब विमान के लैंडिंग गियर के मुख्य गेट भीतर प्रवेश किया था, तो उसके साथ हेल्पर या कोई कर्मी था की नहीं आदि मुद्दे शामिल हैं।
उधर, एयरपोर्ट पुलिस ने भी संदिग्ध हालत में मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सूत्रों की मानें तो घटनावाली रात रोहित के साथ मौजूद रहने वाले रजिस्टर की जांच के अलावा मौजूद रहने वाले लोगों से भी पूछताछ की जा सकती है।