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सौरव गांगुली ने जताई गहरी नाराजगी, कहा- हर चीज में राजनीति घसीटना ठीक नहीं

इस मुद्दे पर पहली बार मुंह खोलते हुए सौरव ने कहा कि हर चीज में राजनीति घसीटना ठीक नहीं है। दरअसल त्रिपुरा सरकार द्वारा ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने की घोषणा के बाद सौरव के भाजपा से नजदीकियां बढ़ने के कयास लगाए जा रहे हैं।

By Jagran NewsEdited By: Ashisha Singh RajputPublished: Thu, 25 May 2023 05:41 PM (IST)Updated: Thu, 25 May 2023 05:41 PM (IST)
सौरव गांगुली ने जताई गहरी नाराजगी, कहा- हर चीज में राजनीति घसीटना ठीक नहीं
त्रिपुरा के पर्यटन का ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने पर हो रही राजनीति पर सौरव ने जताई नाराजगी

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भाजपा शासित त्रिपुरा के पर्यटन का ब्रांड एंबेसडर बनने के प्रस्ताव को स्वीकार करने पर हो रही राजनीति पर गहरी नाराजगी जताई है।

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सौरव गांगुली ने पूछा सवाल

इस मुद्दे पर पहली बार मुंह खोलते हुए सौरव ने कहा कि हर चीज में राजनीति घसीटना ठीक नहीं है। दरअसल, त्रिपुरा सरकार द्वारा ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने की घोषणा के बाद सौरव के भाजपा से नजदीकियां बढ़ने के कयास लगाए जा रहे हैं। खासकर बंगाल में यह सियासी चर्चा का मुद्दा बन गया है। इस सवाल पर सौरव ने कहा- मैं कुछ भी करता हूं तो उसमें राजनीति क्यों घसीटी जाती है?

कोलकाता के बेहला स्थित अपने घर के बाहर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा- अमिताभ बच्चन गुजरात के लिए, शाहरुख खान बंगाल के लिए, सचिन तेंदुलकर केरल के लिए, ऋषभ पंत उत्तराखंड के लिए, महेंद्र सिंह धौनी झारखंड के लिए ब्रांड एंबेसडर के रूप में काम कर सकते हैं तो फिर मेरे मामले में राजनीति क्यों?

हर मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करने की सलाह दी

सौरव गांगुली ने कहा कि क्या किसी से बात या मुलाकात नहीं कर सकते? क्या यह सब राजनीतिक है? उन्होंने हर मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करने की सलाह दी। बता दें कि त्रिपुरा के पर्यटन मंत्री सुशांत चौधरी ने सौरव से मंगलवार को कोलकाता के बेहला स्थित उनके आवास पर मुलाकात की थीं। इसके बाद त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डा माणिक साहा ने सौरव को त्रिपुरा पर्यटन का ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने की औपचारिक घोषणा की थीं।

इसके बाद बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने बुधवार को दावा किया था कि बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के शासन में सौरव को वह सम्मान नहीं दिया गया, जिसके वह हकदार थे।


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