हुगली का लाल दिखा रहा फुटबॉल में कमाल
बंगाल के हुगली जिले के छोटे से शहर रिसड़ा का एक युवक फुटबॉल में कमाल दिखा रहा है।
23 साल के सौरव दास मोहनबगान के लिए शानदार प्रदर्शन करने के बाद अब आइएसएल की टीम मुंबई सिटी एफसी का हिस्सा। =================
विशाल श्रेष्ठ, हुगली : बंगाल के हुगली जिले के छोटे से शहर रिसड़ा का एक युवक फुटबॉल में कमाल दिखा रहा है। रिसड़ा की तीन नंबर पानी टंकी इलाके के रहने वाले 23 साल के सौरव दास ने पहले देश के प्रतिष्ठित फुटबॉल क्लब मोहनबगान में जगह बनाई और वहां शानदार प्रदर्शन कर जल्द ही देश की सबसे बड़ी फुटबॉल लीग आइएसएल की टीम मुंबई सिटी एफसी का हिस्सा बन गए। मध्यक्रम के खिलाड़ी सौरव ने कहा-'मुझसे पहले मेरे परिवार में किसी ने फुटबॉल नहीं खेला है। मैं जब 9-10 साल का था, तब मेरी दिलचस्पी मार्शल आर्ट्स में थी। मैं मार्शल आर्ट्स प्रशिक्षण केंद्र में भर्ती होने भी चला गया था लेकिन उसी के पास स्थित फुटबॉल प्रशिक्षण केंद्र के पास जाकर ठिठक गया। वहां अपने जैसे दूसरों को फुटबॉल सीखता देख अचानक से इस खेल में रुचि जगी। वहां के कोच पुटाई घोष ने मुझे देखा तो अगले दिन से सीखने आ जाने को कहा। वहीं से मेरा फुटबॉल का सफर शुरू हुआ। आगे कोलकाता में प्रशिक्षण लिया। उसके बाद मुझे टाटा फुटबॉल एकेडमी में अपने हुनर को और बेहतर करने का मौका मिला।'
शानदार प्रदर्शन की बदौलत सौरव को 2016 में मोहनबगान टीम में चुन लिया गया। 2018-19 में मोहनबगान को कलकत्ता फुटबॉल लीग जीतने में सौरव ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। यह वह साल था, जब मोहनबगान ने आठ वर्षों के लंबे अंतराल के बाद इस लीग पर कब्जा जमाया था। इसके बाद सौरव मुंबई सिटी एफसी से जुड़ गए। सौरव के पिता बादल दास निजी ठेकेदार हैं जबकि मां रमा दास आम गृहिणी। मेहताब हुसैन सौरव के पसंदीदा भारतीय फुटबॉलर हैं जबकि विदेशी फुटबॉलरों में ंक्रोएशिया के लुका मोड्रिक उनके आदर्श हैं।