भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी को नाकाम करते हुए 620 याबा टैबलेट के साथ तस्कर को दबोचा
उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी को नाकाम करते हुए 620 याबा टैबलेट (एक प्रकार का ड्रग्स) के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी को नाकाम करते हुए 620 याबा टैबलेट (एक प्रकार का ड्रग्स) के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। जब्त याबा टैबलेट की भारतीय बाजार में कीमत करीब 3.1 लाख रुपये है। भारत से बांग्लादेश में इसकी तस्करी का प्रयास किया जा रहा था। एक खुफिया सूचना पर कार्रवाई करते हुए सीमा चौकी आरशिकारी में तैनात 112वीं बटालियन के जवानों ने तस्कर को अन्तराष्ट्रीय सीमा पार करने से पहले ही दबोच लिया। अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ इंटेलिजेंस ब्रांच को मिली जानकारी के बाद एक टीम बनाकर गांव खारपारा (तारबंदी से पहले का गांव) में संदिग्ध जगह पर घात लगाकर बैठ गए।
तकरीबन 1 घंटा इंतजार करने के बाद बीएसएफ के जवानों ने एक तस्कर को तारबंदी की ओर बढ़ते हुए देखा और पीछा कर उसे दबोच लिया। उसके पास से 620 याबा टैबलेट जब्त की गई।तस्कर की पहचान कूद्दस सरदार, गांव- भिकारी, थाना- स्वरूप दा, जिला- उत्तर 24 परगना के रूप में हुई है। अधिकारियों ने बताया गया कि तस्कर मजदूरी के काम के साथ-साथ याबा टेबलेट की तस्करी में लगभग 3 महीने से संलिप्त था। तस्कर ने खुलासा किया है कि वह याबा टैबलेट को (हबीबुर रहमान ढाली, गांव दत्तापारा, उत्तर 24 परगना) से लेकर (रहीम मिस्त्री, गांव -स्वरूप दा, उत्तर 24 परगना) को दे दिया करता था। उसके बाद रहीम उसे बांग्लादेश में तस्करी कर देता था।
बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की ओर से जारी बयान में बताया गया कि बीएसएफ इंटेलिजेंस ब्रांच ने तस्कर को याबा टैबलेट सौंपते वक्त पकड़ने की योजना बनाई थी लेकिन रहीम का मौके पर न पहुंचने की वजह से जब तस्कर वापस जाने लगा तो जवानों ने उसे गिरफ्तार कर लिया। बीएसएफ ने आगे की कार्रवाई के लिए तस्कर को स्थानीय थाने को सौंप दिया है।