बांग्लादेश सीमा से 1.34 लाख के जाली नोटों के साथ तस्कर गिरफ्तार
जाली नोटों का परिमाण केवल 1.34 लाख रुपये है लेकिन गिरफ्तारी को इस बात के प्रमाण के रूप में देखा जा रहा है कि कोरोना महामारी के दौरान भी जाली नोटों के तस्कर सक्रिय हैं।
कोलकाता, राज ब्यूरो। बांग्लादेश की सीमा से सटे बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में तस्करी को नाकाम करते हुए पुलिस ने 1.34 लाख रुपये के जाली भारतीय नोटों के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। जब्त नोटों में 2,000 और 500 रुपये के नोट शामिल है। सोमवार रात में शमशेरगंज थाना की पुलिस ने धुलियान घाट इलाके से इन जाली नोटों के साथ 38 वर्षीय कबीरुल शेख को गिरफ्तार किया।
पुलिस के अनुसार, हालांकि जाली नोटों का परिमाण केवल 1.34 लाख रुपये है, लेकिन गिरफ्तारी को इस बात के प्रमाण के रूप में देखा जा रहा है कि कोरोना महामारी के दौरान भी जाली नोटों के तस्कर सक्रिय हैं। कोरोना संकट काल के दौरान पिछले कुछ महीनों में जाली नोटों के साथ मुर्शिदाबाद जिले में संभवतः यह पहली गिरफ्तारी है।
दरअसल, मुर्शिदाबाद जिला भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित है और अवैध आग्नेयास्त्रों, नशीले पदार्थों व जाली नोटों की तस्करी यहां से होकर अक्सर होती रही है। गायों की तस्करी भी इस इलाके से बांग्लादेश में की जाती है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार शख्स मालदा जिले से सटे बैष्णबनगर इलाके का निवासी है।
गौरतलब है कि मालदा जिला जाली नोटों की तस्करी के लिए पूरे देश में कुख्यात रहा है। खासकर इस जिले के वैष्णव नगर व कालियाचक थाना क्षेत्र में बड़े पैमाने पर युवा व अन्य लोग इसकी तस्करी में शामिल रहे हैं। बांग्लादेश से अंतरराष्ट्रीय सीमा के जरिए जाली नोटों की खेप मंगवा कर मालदा के रास्ते एक समय पूरे देश में इसकी तस्करी होती रही है। हालांकि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने निरंतर प्रयासों से जाली नोटों के कारोबार पर बहुत हद तक नियंत्रण कस दिया है। इसके कारण पिछले कुछ सालों में जाली नोटों की तस्करी में भारी गिरावट आई है।