सुप्रीम कोर्ट में राफेल पर बेनकाब हुआ कांग्रेसी प्रपंच : स्मृति ईरानी
राफेल जेट विमान खरीद सौदे में कथित धांधली का आरोप लगा रही कांग्रेस को केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने संसद में इस मुद्दे पर चर्चा की चुनौती दी है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। राफेल जेट विमान खरीद सौदे में कथित धांधली का आरोप लगा रही कांग्रेस को केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने संसद में इस मुद्दे पर चर्चा की चुनौती दी है। सोमवार को कोलकाता में स्मृति ईरानी ने भाजपा मुख्यालय पर इस मुद्दे पर बात की।
इस दौरान उन्होंने राफेल मुद्दे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष पर झूठ और प्रपंच फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ इस तरह से खिलवाड़ किया जाना चिंताजनक है। स्मृति ईरानी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने राफेल मुद्दे पर कांग्रेस के मनगढ़ंत प्रपंच को बेनकाब कर दिया है। ईरानी ने कहा कि कोर्ट ने स्पष्ट किया कि राफेल की कीमत से लेकर इसके सौदे तक में कहीं ऐसी कोई प्रक्रिया नहीं दिखी है जिस पर सवाल उठाया जा सके। इस आदेश ने देशभर में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा फैलाए गए झूठ को जनता के सामने बेनकाब किया है।
उन्होंने राहुल गांधी से पूछा है कि जब 2007 से इंडियन एयरफोर्स राफेल विमान खरीदने की गुहार लगाती रही और तत्कालीन यूपीए सरकार ने विमान नहीं ख़रीदा तो राहुल गांधी को बताना चाहिए कि आखिर किस वजह से देश के एयर फोर्स की डिमांड को पूरा नहीं किया गया। हमारे दुश्मन देश अपनी ताकत बढ़ाते गए और कांग्रेस की सरकार ने इंडियन एयर फोर्स की जरूरतों को दरकिनार कर राफेल खरीद सौदे को टाल कर रखा।
देश की जनता को यह बताया जाना चाहिए कि आखिर क्या कारण था कि जरूरत के बावजूद राफेल खरीद सौदे को कांग्रेस की सरकार ने अंजाम नहीं दिया? उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा और इंडियन एयर फोर्स की मजबूती को ध्यान में रखते हुए सभी स्टैंडर्ड आफ प्रोसीजर का ख्याल रखते हुए राफेल का सौदा किया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारतीय वायु सेना को कमजोर करने की साजिश कांग्रेस ने रची है इसीलिए राफेल खरीद सौदा प्रक्रिया पर झूठा विवाद खड़ा किया जा रहा है।
सिख दंगे के दोषी कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को आजीवन कारावास की सजा दिए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि 1984 में सिखों के खिलाफ कांग्रेस का किया गया बर्बर हमला आज भी देश को याद है। भले ही देर से फैसला आया है लेकिन यह खुशी की बात है कि फैसला आना शुरू हुआ हैै। इसमें शामिल सभी आरोपितों को धीरे धीरे सजा होगी।