पुलिस से ही करवा दिया ठग का अपहरण, 6 गिरफ्तार
-आरोपितों में 2 कोलकाता पुलिस एक राज्य पुलिस तथा एक बीएसएफ का जवान -सरकारी नौकरी क
-आरोपितों में 2 कोलकाता पुलिस, एक राज्य पुलिस तथा एक बीएसएफ का जवान
-सरकारी नौकरी के लिए दिए थे करीब एक करोड़ रुपये, रकम वसूल करने के लिए बनाई थी अपहरण की योजना जागरण संवाददाता, कोलकाता : सरकारी नौकरी पाने के लिए ठग के हाथों करीब एक करोड़ रुपये सौंप दिए थे। लेकिन न नौकरी मिली और न ही रकम। दी गई मोटी रकम वसूल करने के लिए दो पीड़ितों ने ठग का अपहरण करने की योजना बना डाली। पुलिस कर्मियों से ही उसका अपहरण करवा लिया गया। लेकिन मकसद पूरा होने से पहले ही पुलिस ने मुख्य आरोपित समेत छह अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर अपहृत को बरामद कर लिया।
सूत्रों के अनुसार बीते गुरुवार शाम महानगर के चांदनी चौक जैसे व्यस्त इलाके से पुलिस के वेश में एक व्यक्ति का अपहरण कर लिए जाने की सूचना पर पुलिस सक्रिय हो उठी। नाका चेकिंग के दौरान पुलिस ने बोलेरो कार को रोककर पूछताछ के बाद पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया। अपहरणकर्ताओं के चंगुल से अपहृत को भी मुक्त करा लिया गया। आरोपितों ने अपने नाम श्यामल मंडल, जाकिर खान, मोहम्मद हनीफ, आमिर हसन, मंजारुल हक निवासी वीरभूम का लाबपुर तथा मुख्य आरोपित अभिजीत घोष निवासी मालदा का अंग्रेजबाजार बताया। बोलेरो को भी जब्त कर लिया गया। पूछताछ में जो खुलासा हुआ उससे पुलिस भी हैरत में पड़ गई। पुलिस के अनुसार अभिजीत घोष और मंजारुल हक नामक युवकों की जान पहचान सौमेन कुमार बसु नामक व्यक्ति के साथ हो गई थी। आरोप है कि सरकारी नौकरी दिलवाने का झांसा देकर सौमेन ने दोनों को अपने जाल में फांस लिया था। इसके बाद उनसे कई दफा में करीब एक करोड़ रुपये हड़प लिए थे। लेकिन लंबा इंतजार करने के बाद भी युवकों को नौकरी नहीं मिली तो उन्हें ठगी का एहसास हुआ था। रुपये वापस करने का दबाव डालना शुरू किया तो सौमेन आनाकानी करने लगा था। इसके बाद अभिजीत और मंजारुल ने सौमेन का अपहरण कर रकम वसूल करने की योजना बना डाली थी। इस काम के लिए उसने उक्त चारों को लगाया था। तय हुआ था कि सौमेन का अपहरण कर नौकरी के लिए दी गई रकम वसूलने के बाद उसकी 40 फीसद रकम उक्त चारों को दे दी जाएगी। हालांकि नौकरी के लिए एक करोड़ की बात पुलिस के गले नहीं उतर रही है। आरोपितों में दो लोग कोलकाता पुलिस, एक राज्य पुलिस तथा एक बीएसएफ का जवान बताया गया है। शुक्रवार को पांचों आरोपितों को अदालत में पेश किया गया। पुलिस ने घटना की सच्चाई जानने के लिए वीरभूम पुलिस के साथ भी संपर्क किया है।