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हावड़ा बना ग्रीन रेलवे स्टेशन

-पोइला बैशाख पर यात्रियों को मिला उन्नत इएमयू का तोहफा -थ्री फेज इएमयू रैक में गार्ड-चा

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 Apr 2018 02:59 AM (IST)Updated: Mon, 16 Apr 2018 02:59 AM (IST)
हावड़ा बना ग्रीन रेलवे स्टेशन
हावड़ा बना ग्रीन रेलवे स्टेशन

-पोइला बैशाख पर यात्रियों को मिला उन्नत इएमयू का तोहफा

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-थ्री फेज इएमयू रैक में गार्ड-चालक केबिन एसी, बिजली की होगी बचत

जागरण संवाददाता, हावड़ा : भारतीय ग्रीन बिल्िडग काउंसिल-भारतीय उद्योग परिसंघ (आइजीबीसी-सीआइआइ) ने हावड़ा को ग्रीन रेलवे स्टेशन घोषित किया है। इसके बाद महानगरीय शहरों में हावड़ा पहला ग्रीन स्टेशन के रूप में दर्ज हो गया है। रविवार को पोइला बैशाख (बांग्ला नववर्ष) पर हावड़ा स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में आइजीबीसी अध्यक्ष (कोलकाता चैप्टर) शकुंतला घोष ने हावड़ा के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) मनु गोयल को शील्ड तथा सीनियर डीइएन (एचएन) पीके सेन को प्रमाण-पत्र सौंपा। बता दें कि सीआइआइ-आइजीबीसी ने ग्रीन रेलवे स्टेशन रेटिंग सिस्टम के तहत भारतीय रेलवे के प्रमुख स्टेशनों का सर्वे किया था। ग्रीन रेटिंग में हावड़ा रेलवे स्टेशन में प्लेटफार्मो की संख्या, ग्रीन बिल्डिंग और यात्री-अनुकूल सुविधाओं जैसे स्टेशन छतों, जल प्रबंधन, मैकेनाइज्ड सफाई, दिन के दौरान कृत्रिम प्रकाश, कुशल प्रबंधन, वेंटिलेशन, पैदल यात्रियों के लिए रास्ते का उचित प्रबंध, इको फ्रेंडली तथा मील कनेक्टिविटी को मानक के तहत पाया गया था। इसके बाद हावड़ा स्टेशन को रजत रेटिंग में स्थान दिया गया था। इस अवसर पर डीआरएम ने कहा कि पूर्व रेलवे के हावड़ा को ग्रीन स्टेशन का दर्जा मिलना गौरव की बात है। इससे पूर्व रेलवे के विकास में एक और पंख लग गया है। कहा कि हावड़ा स्टेशन को प्लेटिनम रेटिंग तक पहुंचाने के लिए विकास करते रहेंगे। यह प्रमाण पत्र 3 वर्षो के लिए मान्य है। इस अवसर पर हावड़ा के मेयर डा. रथिन चक्रवर्ती समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। इससे पहले चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री से मिले नई तकनीक के आधुनिक 3 फेज इएमयू रैक को बिजली विभाग में तैनात वरिष्ठ कर्मचारी मृणाल कांति मंडल ने प्लेटफार्म 6 से हरी झंडी दिखाई। इसके बाद मोटरमैन मानस कुमार जाना स्पेशल ट्रेन को लेकर बंडेल के लिए रवाना हुए। इस मौके पर डीआरएम मनु गोयल ने कहा कि नया रैक पर्यावरण के अनुकूल है। ये 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने के सक्षम है। नई तकनीक के कारण इसके संचालन में 30 फीसद बिजली की बचत भी होगी। नए रैक को एलइडी लाइटों, जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली, यात्रियों की सुविधा के लिए छत पर वेंटिलेशन प्रणाली, हादसों को रोकने के लिए आटोमेटिक डोर, स्टेनलेस स्टील बॉडी, चालक और गार्ड केबिन को वातानुकूलित, सुरक्षा के लिए महिला कोचों में सीसीटीवी समेत अन्य सुविधाओं से लैस किया गया है। उन्होंने कहा कि इसी वर्ष और कई तरह के रैक पेश करने की पूर्व रेलवे की योजना है। कार्यक्रम में अपर मंडल रेल प्रबंधक (आपरेशन) एस नरूला आदि मौजूद रहे।


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