बांग्लादेशी लड़कियों को जिस्मफरोशी के धंधे में धकेलने वाली बांग्लादेशी महिला ने पूछताछ में किए चौंकाने वाले खुलासे
बांग्लादेश की कई जवान लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर बहला फुसलाकर भारत लाकर जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल चुकी बांग्लादेशी महिला ने पूछताछ में बेहद ही चौंकाने वाले खुलासे किए।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बांग्लादेश की कई जवान लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर बहला फुसलाकर भारत लाकर जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल चुकी बांग्लादेशी महिला ने पूछताछ में बेहद ही चौंकाने वाले खुलासे किए। पूछताछ के दौरान महिला ने यह बताया कि वह 8 महीना पहले अवैध रूप से सीमा रेखा को पार करके भारत में आई थी और वह अपने पति पंता मंडल के साथ रहती है। उसका पति मुंबई के कल्याण में राजमिस्त्री का काम करता है और दोनों पति-पत्नी कल्याण में किराए के घर में रहते है। महिला ने कहा कि वह बांग्लादेश में अपनी बीमार मां से मिलने के लिए जा रही थी। प्रारंभिक पूछताछ में बीएसएफ को महिला पर शक हुआ कि वह मानव तस्करी और जिस्मफरोशी के धंधे में लिप्त है। इसके बाद महिला को गहन पूछताछ के लिए सनलाप नामक एनजीओ के हवाले किया। संलाप एनजीओ की मदद से पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। महिला ने बताया कि वह 2009 में भारत आई थी और यहां पर उसे पंता मांडल नाम का व्यक्ति मिला, जिससे उसने शादी की और उस व्यक्ति ने इसका इंडियन वोटर और पैन कार्ड भी बनवाया।
मानव तस्करी में शामिल कई भारतीय व बांग्लादेशी दलालों से महिला के हैं संपर्क
एनजीओ संलाप की प्राधिकारी ताप्ती भौमिक के अनुसार, यह महिला मानव तस्करी में लिप्त है और इसके बहुत सारे कांटेक्ट भारतीय और बांग्लादेशी दलालों से हैं जो कि मानव तस्करी में लिप्त है। यह महिला अपने सहयोगियों के साथ मिलकर बांग्लादेश से जवान लड़कियों को बहला-फुसलाकर भारत में लाती है और उनको मुंबई में जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल देती है। महिला ने यह भी स्वीकार किया कि अमजद नाम का दलाल जो कि बंगलादेश का रहने वाला है वह इसके इन कामों में सहायता करता है और बॉर्डर पर एक भारतीय दलाल जिसका नाम सहनिन है जो कि उत्तर 24 परगना के गोबरा का रहने वाला है बॉर्डर पार कराने में इनकी मदद करता है। बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए महिला को स्वरूप नगर थाने को सौंप दिया है।
बांग्लादेशी महिला के पास से कई भारतीय पहचान पत्र भी मिले
बांग्लादेशी महिला के पास से कई भारतीय पहचान पत्र जैसे वोटर कार्ड, पैन कार्ड भी मिले हैं। यह महिला इतनी शातिर है कि भारत में उसने अपना नाम भी बदल लिया था। महिला का मूल नाम जहांनारा खातून है। उसने भारत में अपना नाम पिंकी मंडल रख लिया था और इसी नाम से पहचान पत्र भी बनवा लिए।बीएसएफ इस महिला की गिरफ्तारी को बड़ी सफलता मान रही है और अधिकारियों का कहना है कि उसके पकड़े जाने से बांग्लादेश की कई भोली- भाली गरीब और अनपढ़ लड़कियां जिस्मफरोशी के धंधे में फंसने से बचेगी। बीएसएफ ने आगे की जांच व कानूनी कार्रवाई के लिए महिला को स्वरूप नगर थाने को सौंप दिया है।