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सारधा से शोभन ने ली है करोड़ों रुपये की रिश्वत, तृणमूल प्रवक्ता कुणाल ने गिरफ्तारी की उठाई मांग

-तृणमूल के पूर्व राज्यसभा सदस्य ने चिटफंड कंपनी आइकोर के प्रमुख के साथ शोभन की एक तस्वीर भी जारी की। दावा किया-लगभग डेढ़ महीने पहले उन्होंने सीबीआइ और केंद्रीय गृह मंत्रालय को इस बारे में शिकायत की है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Tue, 12 Jan 2021 09:42 PM (IST)Updated: Tue, 12 Jan 2021 09:42 PM (IST)
सारधा से शोभन ने ली है करोड़ों रुपये की रिश्वत, तृणमूल प्रवक्ता कुणाल ने गिरफ्तारी की उठाई मांग
शोभन पर आरोप-चिटफंड कंपनी आइकोर के साथ संबंध। हालांकि उन्होंने आरोप गलत व बेबुनियाद बताए।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में भाजपा नेता तथा कोलकाता नगर निगम के पूर्व मेयर शोभन चटर्जी की गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने शोभन के खिलाफ कई आरोप लगाए, जिसमें एक चिटफंड कंपनी आइकोर के साथ उनका संबंध और सारधा चिटफंड कंपनी के मालिक सुदीप्त सेन से रिश्वत में करोड़ों रुपये लेना शामिल था। राज्यसभा में तृणमूल के पूर्व सदस्य कुणाल ने सवाल किया कि उन आरोपों पर शोभन को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जाएगा। हालांकि, शोभन ने कुणाल के आरोपों को गलत तथा बेबुनियाद बताया है।

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सीबीआइ और केंद्रीय गृह मंत्रालय को दी शिकायत

कुणाल ने चिटफंड कंपनी आइकोर के प्रमुख के साथ शोभन की एक तस्वीर भी जारी की। कुणाल ने न केवल आइकोर में भागीदारी के लिए बल्कि नारद स्टिंग ऑपरेशन और सारधा चिटफंड घोटाले में भी शामिल होने के लिए शोभन की गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने लगभग डेढ़ महीने पहले सीबीआइ  और केंद्रीय गृह मंत्रालय को इस बारे में शिकायत की है। 

तत्कालीन मेयर को एक करोड़ रुपये का भुगतान

उन्होंने कहा कि शोभन ने मेयर की कुर्सी पर बैठे हुए पैसे ले लिए। पूरी दुनिया ने इसे देखा है। उन्होंने फिर कागज का एक टुकड़ा दिखाया, जिसमें दावा किया गया कि यह अदालत द्वारा प्रमाणित प्रति है, जिसे सारधा प्रमुख सुदीप्त सेन ने न्यायाधीश के समक्ष पेशकर दावा किया था कि उन्होंने व्यवसाय के लाइसेंस के लिए कोलकाता के  तत्कालीन मेयर को एक करोड़ रुपये का भुगतान किया था। 

नहीं पता कि एंबुलेंस को खरीदा गया था या नहीं

कुणाल का दावा है कि मेयर की कुर्सी पर बैठे एक करोड़ रुपये की रिश्वत लेने वाले शोभन को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जाना चाहिए? कुणाल यहीं नहीं रुके। उन्होंने दावा किया कि जब वह राज्यसभा सस्यद थे, तो उन्होंने कोलकाता नगर निगम को 40 एंबुलेंस प्रदान की। कुणाल के शब्दों में, "मेरे एमपी कोटे एक एंबुलेंस खरीदने के लिए पैसे का भुगतान किया गया था। लेकिन मेरा नाम किसी भी एंबुलेंस में नहीं था। सभी नाम हटा दिए गए थे। मुझे नहीं पता कि एंबुलेंस को खरीदा गया था या नहीं। 

अपना मुंह खोलते हैं तो वह उन्हें कुछ बड़ा दिखाएंगे

उन्होंने शोभन को चेतावनी भी दी कि अगर वह फिर से उनके अपना मुंह खोलते हैं तो वह उन्हें कुछ बड़ा दिखाएंगे।बताते चलें कि शोभन ने कल तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष पर भी जमकर निशाना साधा था। शोभन ने कहा-'कुणाल ने चिटफंड का धंधा करवाकर तृणमूल को बर्बाद कर दिया। यह वही कुणाल हैं, जिन्होंने एक समय सार्वजनिक रूप से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चिटफंड घोटाले का दोषी बताते हुए उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की थी।


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