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Bengal Chunav 2021: ममता के बुलावे पर जनवरी में कोलकाता आकर क्षेत्रीय दलों की बैठक में शामिल होंगे शरद पवार

Bengal Chunav 2021 राकांपा प्रमुख तृणमूल सुप्रीमो ने फोन पर की बातचीत फिर विपक्षी गठबंधन की सुगबुगाहट अब बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ उनकी पार्टी जनवरी में क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के साथ बैठक करने जा रही है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sun, 20 Dec 2020 03:32 PM (IST)Updated: Sun, 20 Dec 2020 05:28 PM (IST)
Bengal Chunav 2021: ममता के बुलावे पर जनवरी में कोलकाता आकर क्षेत्रीय दलों की बैठक में शामिल होंगे शरद पवार
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के बुलावे पर अगले साल जनवरी में कोलकाता आकर उनके साथ बैठक करेंगे। राज्य सचिवालय नबान्न सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पवार ने खुद ममता को फोन करके अपने आने की पुष्टि की है। पवार ममता की इस बात से सहमत हैं कि भाजपा देश के संघीय ढांचे को नष्ट करना चाहती है। इसके प्रतिवाद में वे अगले महीने कोलकाता में होने वाली बैठक में शामिल होने आ रहे हैं।

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बैठक में अन्य क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। इससे नए कृषि कानून के खिलाफ संयुक्त आंदोलन के भी संकेत मिल रहे हैं। पवार-ममता में फोन पर हुई बातचीत से नए साल में भाजपा को रोकने के लिए फिर विपक्षी गठबंधन की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। गौरतलब है कि ममता ने पिछले लोकसभा चुनाव से पहले क्षेत्रीय राजनीतिक दलों को साथ लेकर संयुक्त आंदोलन शुरू किया था।

अब बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ उनकी पार्टी जनवरी में क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के साथ बैठक करने जा रही है। सूत्रों ने बताया कि नए कृषि कानून, बंगाल के तीन आइपीएस अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की कोशिश, इन सबको पवार व कई क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के नेता भी संघीय प्रणाली में हस्तक्षेप मान रहे हैं। बैठक के बाद ममता दिल्ली भी जा सकती हैं। तृणमूल सुप्रीमो बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ जोरदार मुहिम छेडऩा चाहती है। इस मामले मेंउनकी निर्भरता पुराने क्षेत्रीय राजनीतिक दलों पर है।

तृणमूल यह दिखाना चाहती है कि उसकी सिर्फ भाजपा से चुनावों को लेकर लड़ाई नहीं है बल्कि संविधान की रक्षा के लिए भी वह उसके खिलाफ है। ममता भाजपा को संविधान का संहारक कहकर विरोध का स्वर बुलंद करना चाहती हैं। दूसरी तरफ भाजपा भी बंगाल फतह करने के लिए पूरा दमखम लगा रही है। इस बाबत खुद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मोर्चा संभाला हुआ है। 

ममता ने ट्वीट कर कई मुख्यमंत्रियों को दिया धन्यवाद 

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल के लोगों के प्रति एकजुटता दिखाने और संघीय ढांचे को बरकरार रखने के प्रति समर्पण भाव जाहिर करने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और द्रमुक प्रमुख एमके स्टालिन को ट्वीट करके धन्यवाद दिया है। गौरतलब है कि इन सभी ने बंगाल के तीन आइपीएस अफसरों की पुनर्नियुक्ति का विरोध किया है।


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