सीसीटीवी कैमरे में शिक्षिकाओं को देख यौन इच्छा पूरी करता है प्रधानाध्यापक, शिक्षिका ने शिक्षा मंत्री को लिखा पत्र
पूर्व बर्द्धमान जिले के एक स्कूल में कार्यरत बोलपुर निवासी शिक्षिका ने राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु को पत्र लिखकर स्कूल के प्रधानाध्यापक के खिलाफ आरोप लगाया है। शिक्षिका का कहना है कि प्रधानाध्यापक सीसीटीवी कैमरे में शिक्षिकाओं को देख यौन इच्छा पूरी करता है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। एक शिक्षिका ने राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु को प्रधानाध्यापक के खिलाफ पत्र लिखकर आरोप लगाया कि उन्होंने उन्हें बुरा प्रस्ताव रखा है। पूर्व बर्द्धमान जिले के एक स्कूल में कार्यरत बोलपुर निवासी शिक्षिका ने ब्रात्य को पत्र भेजा है। अनुबंध के आधार पर काम कर रही शिक्षिका ने आरोप लगाया कि प्रधानाध्यापक ने स्कूल में शिक्षकों की सीटों पर सीसीटीवी कैमरे लगा रखे हैं। उसके माध्यम से उन्हें देखकर प्रधानाध्यापक यौन इच्छा को संतुष्ट करते हैं। शिकायतकर्ता ने इस आरोप के आधार पर बोलपुर के पास एक स्कूल में तबादले के लिए आवेदन भी किया है। मंगलवार को शिक्षा मंत्री को भेजे गए पत्र की प्रतियां पूर्व बर्द्धमान के जिलाधिकारी और शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारियों को भी दी गई हैं। हालांकि आरोपी प्रधानाध्यापक ने शिक्षिका के सभी आरोपों को 'झूठा' और 'प्रेरित' करार दिया है। इसके बदले उन्होंने शिक्षिका के खिलाफ औशग्राम थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने शिक्षा मंत्री को एक पत्र भेजने का भी फैसला किया है।
शिक्षा मंत्री को लिखे पत्र में शिक्षिका ने शिकायत की कि प्रधानाध्यापक उन्हें तरह-तरह से प्रताड़ित कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ''वह मुझे लंबे समय से कुप्रस्ताव दे रहे हैं। जब मैं इसके लिए नहीं मानी तो उन्होंने प्रधानाध्यापक की शक्ति का दुरुपयोग किया और मुझे हर स्थिति में अपमानित और प्रताड़ित किया। जिससे मुझे हर समय घबराहट होती है। शिक्षिका ने पत्र में दावा किया कि वह 17 साल से स्कूल में काम कर रही हैं। शिक्षिका ने आगे लिखा, 'मैं रोजाना 40 किलोमीटर का सफर तय करती हूं और सुबह सात बजे ट्रेन पकड़ती हूं और सुबह नौ बजे स्कूल पहुंच जाती हूं।
शिक्षिका के पति और छह साल की बेटी है। इसका जिक्र उन्होंने शिक्षा मंत्री को लिखे पत्र में किया है। साथ ही उनकी शिकायत पर उन्हें देय अवकाश भी नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि कोविड स्थिति में ट्रेन-बस का संचालन न होने के कारण स्कूल नहीं जा पाने के कारण उनका वेतन काट लिया गया। शिक्षिका ने प्रधानाध्यापक को कड़ी से कड़ी सजा देने की भी मांग की है। उन्होंने बताया, "मैं उस स्कूल में एक छोटे से वेतन पर काम करती हूं। मैं 17 साल से स्कूल से प्यार करते हुए काम कर रही हूं। लेकिन जब से वे प्रधानाध्यापक बने हैं, मैं गरिमा के साथ काम नहीं कर पा रही हूं। उन्होंने मुझे एक शादी समारोह में कुप्रस्ताव भी दिया है।