शांतिनिकेतन में मिलेगा 50 पैसे में एक लीटर शुद्ध पेयजल
शांतिनिकेतन के आसपास जल्द ही 50 पैसे प्रति लीटर से भी कम खर्च पर शुद्ध पेयजल मिलेगा। उन्नत तकनीक से होगा शुद्ध पेयजल का उत्पादन।
जागरण संवाददाता, कोलकाता । गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर से जुड़े शांतिनिकेतन के आसपास रहने वाली आबादी को जल्द ही 50 पैसे प्रति लीटर से भी कम खर्च पर शुद्ध पेयजल मिलेगा। इसके लिए सामाजिक सेवा से जुड़े संगठन, सुलभ इंटरनेशनल की ओर से बुधवार को बोलपुर के मिर्जापुर गांव में एक अभिनव जल परियोजना शुरू की गई। इस परियोजना के तहत प्रदूषित तालाब के पानी को शुद्ध पेयजल में परिवर्तित किया जाएगा और इसे बोतल बंद कर लोगों के बीच पहुंचाया जाएगा।
सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्र्वर पाठक ने कहा कि शांतिनिकेतन से संलग्न इलाकों में पानी में फ्लोराइड और अन्य रसायनों की अधिक मात्रा है। ऐसे में उक्त परियोजना से लोगों को कम कीमत में शुद्ध पेयजल का लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस परियोजना में फ्रांसीसी संगठन फाउंटेन 1001 द्वारा विकसित फ्रेंच तकनीक के डिजाइन का उपयोग किया गया है।
पाठक ने कहा कि हम शुद्ध पेयजल के इस प्लांट को रवींद्र नाथ टैगोर को समर्पित करते हैं जिन्होंने यहां विश्र्व भारती विश्र्वविद्यालय की स्थापना की। उन्होंने कहा कि यह संयंत्र निकट भविष्य में लगभग 10,000 लीटर शुद्ध पेयजल का उत्पादन करेगा। तकनीक का उपयोग करके प्लांट में संचित वर्षा जल को बोतलबंद पानी के रूप में लोगों के बीच 20 लीटर के जार में मुहैया कराया जाएगा जिसकी कीमत केवल 10 रुपये होगी।
उन्होंने बताया कि सुलभ की ओर से यह राज्य में छठी परियोजना है। हमने पश्चिम बंगाल के अलावा बिहार के आर्सेनिक प्रभावित क्षेत्रों में भी शुद्ध पेय जल की व्यवस्था की है। इस परियोजना का प्रबंधन शांतिनिकेतन आधारित संगठन सेवा द्वारा किया जा रहा है। बताते चलें कि इस परियोजना के उद्घाटन के मौके पर मिर्जापुर गांव में विश्र्व भारती विश्र्वविद्यालय से काफी संख्या में प्रोफेसर और छात्र उपस्थित थे।