Bengal Politics: आरटीआइ कार्यकर्ता व मोदी सरकार के आलोचक रहे साकेत गोखले तृणमूल कांग्रेस में शामिल
महाराष्ट्र से आने वाले गोखले अक्सर आरटीआइ के जरिए नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र की भाजपा सरकार को निशाने पर लेते रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस ने एक बयान में कहा कि गोखले एक प्रसिद्ध आरटीआइ कार्यकर्ता हैं और उन्होंने एक पत्रकार के रूप में अपना करियर शुरू किया था।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। जाने-माने आरटीआइ कार्यकर्ता और मोदी सरकार के आलोचक रहे साकेत गोखले ने गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का दामन थाम लिया। दिल्ली में तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं यशवंत सिन्हा, डेरेक ओ ब्रायन एवं सौगत राय की उपस्थिति में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ली।
महाराष्ट्र से आने वाले गोखले अक्सर आरटीआइ के जरिए नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र की भाजपा सरकार को निशाने पर लेते रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस ने एक बयान में कहा कि गोखले एक प्रसिद्ध आरटीआइ कार्यकर्ता हैं और उन्होंने एक पत्रकार के रूप में अपना करियर शुरू किया था। वह कई वर्षों से राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर आरटीआइ दायर की है।
हाल में उन्होंने पेगासस जासूसी विवाद पर भी बजटीय आवंटन को लेकर आरटीआइ के जरिए सवाल पूछा था। वहीं, टीएमसी में शामिल होने के बाद गोखले ने पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी और महासचिव अभिषेक बनर्जी को धन्यवाद देते हुए कहा- पिछले सात वर्षों से मेरा धर्मयुद्ध और लड़ाई हमेशा नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ रही है, जिन्होंने संवैधानिक संस्थानों व लोकतंत्र का गला घोंटने का काम किया है।
महाराष्ट्र से आने वाले गोखले से यह पूछे जाने पर कि वह टीएमसी में शामिल क्यों हुए, इस पर उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस संसद में दूसरी सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है। मैंने दिल्ली में अधिक समय बिताया है। मेरा काम ज्यादातर राष्ट्रीय मुद्दों पर रहा है। आज हम सभी देखते हैं कि तृणमूल एक राष्ट्रीय दल के रूप में विभिन्न मुद्दों को बहुत आक्रामक तरीके से रखती है। मैं व्यक्तिगत रुप से इसे बहुत पसंद करता हूं। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी फ्रंट फुट पर लड़ रही हैं और उनकी पार्टी संसद में विरोध का नेतृत्व कर रही है, उसके कारण मैं इस पार्टी में शामिल हुआ।