पूर्वी-पश्चिमी मेट्रो लाइन की वजह से मकानों को पहुंची क्षति पर खेद व्यक्त करते हैं: केएमआरसी अधिकारी
केएमआरसी (KMRC) के प्रबंध निदेशक सीएन झा ने पूर्वी-पश्चिमी मेट्रो लाइन (East-West Metro Line) के निर्माण के दौरान बहू-बाजार (Bahu Bazar) में इमारतों को पहुंची क्षति पर खेद जताते हुए प्रभावित इमारतों के मरम्मत का आश्वासन दिया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कोलकाता मेट्रो रेल निगम (केएमआरसी) के प्रबंध निदेशक सीएन झा ने शहर में पूर्वी-पश्चिमी मेट्रो लाइन के निर्माण के दौरान बहू-बाजार में इमारतों को पहुंची क्षति पर रविवार को खेद जताया। उन्होंने साथ ही प्रभावित इमारतों की मरम्मत में सभी तरह की सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
झा ने प्रभावित लोगों और उत्तर कोलकाता के सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय के साथ हुई बैठक में कहा कि छह से सात महीने में इलाके में मेट्रो का भूमिगत निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि उसके बाद प्रभावित मकानों के निर्माण और मरम्मत का कार्य किया जाएगा। बैठक में कुछ लोगों ने क्षतिग्रस्त मकानों की मरम्मत केएमआरसी द्वारा कराए जाने को लेकर चिंता जताई और कहा कि 2019 में भी सुरंग की खुदाई के दौरान मकानों को क्षति पहुंची थी। 11 मई को इमारतों में दरार आने के बाद से प्रभावित लोग अपने परिवार के साथ होटल में रह रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि बहू बाजार के दुर्गा पितुरी गली में कम से कम नौ मकानों को 11 मई को क्षति पहुंची। इसके बाद 140 लोगों को होटल में भेजा गया। गौरतलब है कि कोलकाता मेट्रो का 16.6 किलोमीटर लंबा पूर्वी-पश्चिमी गलियारा हावड़ा मैदान को साल्टलेक सिटी के सेक्टर पांच से जोड़ता है। फिलहाल इस गलियारे में ट्रेनों का आंशिक परिचालन हो रहा है। इसी मार्ग में एक सुरंग हुगली नदी के नीचे से गुजरती है।
वहीं दूसरी ओर राजधानी कोलकाता में महत्वाकांक्षी ईस्ट-वेस्ट मेट्रो परियोजना के तहत भूमिगत सुरंग बोरिंग कार्य के कारण बहूबाजार में एक बार फिर कई घरों में ताजा दरारें आने के कारण इस परियोजना के पूरा होने में लगभग एक वर्ष की देरी हो सकती है। ईस्ट-वेस्ट मेट्रो परियोजना की कार्यान्वयन एजेंसी कोलकाता मेट्रो रेलवे कारपोरेशन लिमिटेड (केएमआरसीएल) के शीर्ष अधिकारी ने इसकी आशंका जताई है। केएमआरसीएल ताजा घटना के बाद परियोजना की लागत बढऩे के एक नए दौर की आशंकाओं से भी घिरी हुई है।