बंगाल में सांप्रदायिक ¨हसा के खिलाफ सड़क पर उतरे बुद्धिजीवी
- वामपंथी बुद्धिजीवियों की अगुवाई में निकली रैली में शामिल हुए 2000 लोग - ¨हसा में शामिल द
- वामपंथी बुद्धिजीवियों की अगुवाई में निकली रैली में शामिल हुए 2000 लोग
- ¨हसा में शामिल दोषियों को गिरफ्तार कर कड़ी सजा देने की मांग
जागरण संवाददाता, कोलकाता : रामनवमी जुलूस निकालने को लेकर रानीगंज, आसनसोल समेत राज्य के कई जगहों पर हुई सांप्रदायिक ¨हसा के विरोध में मंगलवार को कोलकाता में वामपंथी बुद्धिजीवियों की अगुवाई में करीब 2000 लोगों ने सड़क पर उतरकर विरोध जताया। 'सांप्रदायिकता विरोधी गनो उद्योग' के बैनर तले निकाली गई इस रैली में माकपा के वरिष्ठ नेता व कोलकाता के पूर्व मेयर विकास रंजन भट्टाचार्य, फिल्म निर्माता तरुण मजूमदार, माकपा नेता सतरुप बसु व अन्य शामिल हुए। महाजाति सदन के सामने से शुरू हुई यह रैली रानी रासमणि रोड पर समाप्त हुई। रैली में जादवपुर और प्रेसिडेंसी विश्वविद्यालय सहित शहर के कई कॉलेजों के वामपंथी छात्राओं ने भी हिस्सा लिया।
इस मौके पर विकास रंजन भट्टाचार्य ने राज्य सरकार से ¨हसा में शामिल लोगों को अविलंब गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल सरकार ¨हसा को रोकने में पूरी तरह विफल रही। इस दौरान उन्होंने लोगों से एकता व भाइचारे के लिए आठ अप्रैल को एस्प्लानेड से रवींद्र सदन तक निकाली जाने वाली रैली में शामिल होने की अपील की। भट्टाचार्य ने कहा, हम सभी लोगों से जुड़ने की अपील कर रहे हैं और इसमें कोई राजनीतिक रंग नहीं है।
इस बीच आगामी रैली के लिए करीब 100 बुद्धिजीवियों ने एक ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किया और अपना समर्थन जताया। इसमें प्रसिद्ध कवि शंख घोष, साहित्यकार नवनीता देव सेन, थिएटर कार्यकता व अभिनेता कौशिक सेन आदि शामिल हैं।