रोजवैली घोटाला: ईडी ने जब्त की 2,300 करोड़ रुपये की संपत्तियां
अरबों रुपये के रोजवैली चिटफंड घोटाले के मनी लांड्रिंग मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 2,300 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियां जब्त की हैं।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। अरबों रुपये के रोजवैली चिटफंड घोटाले के मनी लांड्रिंग मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 2,300 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियां जब्त की हैं। इनमें दो दर्जन होटल एवं रिजार्ट शामिल हैं।
ईडी ने प्रीवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत पश्चिम बंगाल के विभिन्न स्थानों पर स्थित 11 रिजार्ट, 9 होटल व ऐसी कुछ सुविधाओं वाली संरचनाओं, करीब 200 एकड़ के एक प्लॉट एवं 414 भूखंडों की जब्ती के लिए प्रावधानिक आदेश जारी किया था। ईडी द्वारा पीएमएलए के तहत की गई ये अब तक की सबसे बड़ी एकल जब्ती है।
इस मामले में अब तक 4,200 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियों की जब्ती हो चुकी है। ईडी ने 2014 में रोजवैली ग्रुप, इसके अध्यक्ष गौतम कुंडू एवं अन्य लोगों के खिलाफ पीएमएलए के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी। गौतम कुंडु को 2014 में कोलकाता से गिरफ्तार किया गया था। कोलकाता एवं ईडी की अदालतों में कुंडु के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए थे। रोजवैली ग्रुप ने चिटफंड का कारोबार चलाने के लिए 27 कंपनियां खोली थीं, जिनमें से छह ही सक्रिय पाए गए थे।
ईडी एवं सीबीआइ के रोजैवली ग्रुप के खिलाफ मामले दर्ज करने से पहले सेबी ने भी जांच की थी। ईडी ने रोजवैली ग्रुप में 15,000 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितताएं पाई है। उसपर अपनी कई कंपनियों की देयता खत्म करने के लिए उनमें निवेश करने का भी आरोप है।
रोजवैली में निवेश कर रुपये गंवाने वाले लोगों ने पिछले साल अगस्त में कोलकाता में ग्रुप के मालिकाना हक वाले एक होटल में तोड़फोड़ की थी।