राष्ट्रपति बनने के बाद कल पहली बार दो दिवसीय दौरे पर बंगाल आएंगी द्रौपदी मुर्मु, नेताजी भवन का करेंगी दौरा
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु पदभार संभालने के बाद पहली बार पश्चिम बंगाल आ रही हैं। राज्य सचिवालय से मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति सोमवार सुबह 10.50 बजे विशेष विमान से कोलकाता एयरपोर्ट पहुंचने वाली हैं। इसके बाद दोपहर में वह कोलकाता के एल्गिन रोड स्थित नेताजी भवन जाएंगी।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। पिछले साल जुलाई में राष्ट्रपति पद पर आसीन होने के बाद द्रौपदी मुर्मु सोमवार को पहली बार बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर आ रही हैं। राष्ट्रपति मंगलवार को बीरभूम जिले के शांति निकेतन में स्थित विश्वभारती केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में भी शामिल होंगी।
इससे पहले सोमवार शाम में राज्य सरकार की ओर से राष्ट्रपति का कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में नागरिक अभिनंदन किया जाएगा। इसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल सीवी आनंद बोस मौजूद रहेंगे।
गुरु रवींद्रनाथ टैगोर के जन्मस्थान जाएंगी राष्ट्रपति
राज्य सचिवालय से मिली जानकारी के अनुसार, राष्ट्रपति सोमवार सुबह 10.50 बजे विशेष विमान से कोलकाता एयरपोर्ट पहुंचने वाली हैं। इसके बाद दोपहर में वह कोलकाता के एल्गिन रोड स्थित नेताजी भवन जाएंगी, जो आजादी के महानायक सुभाष चंद्र बोस का पैतृक घर है। वहां से वह जोड़ासांको में गुरु रवींद्रनाथ टैगोर के जन्मस्थान ठाकुरबाड़ी भी जाएंगी।
इसके बाद शाम पांच बजे से राज्य सरकार द्वारा उनके सम्मान में नेताजी इंडोर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में वह शिरकत करेंगी, जहां उन्हें सम्मानित किया जाएगा। दूसरे दिन मंगलवार सुबह में उनके बेलूर मठ जाने का भी कार्यक्रम है। इसके बाद वह कोलकाता के साइंस सिटी में सुबह 10 बजे से यूको बैंक के कार्यक्रम में शामिल होंगी। वहां से वह बीरभूम जाएंगी, जहां वह विश्वभारती विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में शामिल होंगी।
मंगलवार की शाम दिल्ली लौटेंगी राष्ट्रपति
राष्ट्रपति मुर्मु मंगलवार की शाम ही वापस दिल्ली लौट जाएंगी। राष्ट्रपति के दौरे के मद्देनजर कोलकाता से लेकर बीरभूम तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इधर, राजनीतिक जानकारों की मानें तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के सम्मान के माध्यम से पंचायत चुनाव से पहले आदिवासियों तक अपना संदेश पहुंचाना चाहती हैं कि उनके राज्य में सभी का सम्मान है।
गौरतलब है कि पिछले साल ममता सरकार में मंत्री अखिल गिरी ने आदिवासी समुदाय से आने वालीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के रंग रूप को लेकर विवादित टिप्पणी की थीं, जिसकी देशभर में आलोचना हुई थी। हालांकि, ममता व उनकी पार्टी ने इस बयान से किनारा कर माफी मांगी थी।