छात्रों के विरोध के चलते प्रेसिडेंसी की वीसी को बदलना पड़ा कार्यस्थल
ऐतिहासिक प्रेसिडेंसी विश्वविद्यालय में हिदू हॉस्टल समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर छात्रों का आंदोलन जारी है। प्रेसिडेंसी की कुलपति (वीसी) अनुरोधा लोहिया दो बार घंटों तक अपने चेंबर में घेराव की वजह से फंसी रहीं और तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें बाहर निकाला गया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : ऐतिहासिक प्रेसिडेंसी विश्वविद्यालय में हिदू हॉस्टल समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर छात्रों का आंदोलन जारी है। प्रेसिडेंसी की कुलपति (वीसी) अनुरोधा लोहिया दो बार घंटों तक अपने चेंबर में घेराव की वजह से फंसी रहीं और तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें बाहर निकाला गया। अब वीसी ने निर्णय लिया है कि शताब्दी पुराने इस गौरवशाली विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर के दफ्तर में वह फिलहाल नहीं जाएंगी। राजारहाट न्यूटाउन स्थित नए कैंपस से वह कामकाज संभालेंगी। कुलपति ने कहा कि कॉलेज स्ट्रीट परिसर में काम का कोई माहौल नहीं है। जिस तरह से छात्र वहा पहुंचने पर विरोध कर रहे हैं, वहा जाने का अब सवाल ही नहीं है। इस बीच, शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने भी कुलपति के इस फैसले का समर्थन किया है। गौरतलब है कि एक माह से अधिक समय से हिंदू हॉस्टल के छात्र आंदोलन करते आ रहे हैं। मूल रूप से हिंदू छात्रावास के वार्ड नंबर 4, 5 और 8 के छात्रों की वापसी की माग को लेकर आदोलन चल रहा है। इतना ही नहीं, छात्र कुलपति के चेंबर के सामने बिस्तर बिछाकर आंदोलन कर रहे हैं। हाल ही में कुलपति अनुराधा लोहिया जब विश्वविद्यालय पहुंची थीं तो उनका 36 घंटे से अधिक समय तक घेराव कर छात्रों ने चेंबर से बाहर नहीं निकलने दिया था। बाद में उनकी तबीयत बिगड़ जाने के बाद उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया था। तब से वह डॉक्टरों की सलाह पर आराम कर रही थी लेकिन वह फिर से विश्वविद्यालय का कार्य देखना चाहती हैं लेकिन वह अब कॉलेज स्ट्रीट परिसर नहीं जाना चाहती हैं।