40 करोड़ की चांदी के मंडप में विराजमान होंगी मां दुर्गा
रथ की तर्ज पर यह मंडप तैयार किया जा रहा है जिसकी ऊंचाई छह मंजिली इमारत जैसी 60 फुट होगी।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। दुर्गापूजा को लेकर पश्चिम बंगाल विश्व प्रसिद्ध है। यहां मां दुर्गा की प्रतिमा से लेकर मंडप या फिर आलोक सज्जा की बात ही कुछ और है। इस बार दुर्गापूजा में यहां अभिनव होने जा रहा है। इस वर्ष महानगर में श्रद्धालुओं को चांदी और सोने का दुर्गामंडप देखने को मिलेगा। दुर्गापूजा के आयोजन के 83वें वर्ष पर संतोष मित्र स्क्वायर सर्वजनिन दुर्गोत्सव समिति ने 40 करोड़ रुपये की चादी का मंडप बनाने की योजना बनाई है। मंडप निर्माण में दस टन चांदी का प्रयोग होगा। इसके अलावा इसमें सोने की कारीगरी भी की जाएगी।
गुरुवार को प्रेस क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में समिति के अध्यक्ष प्रदीप घोष एवं सचिव सजल घोष ने यह जानकारी दी। संभवत: देश में इस तरह का दुर्गामंडप प्रथम और सबसे महंगा होगा। रथ की तर्ज पर यह मंडप तैयार किया जा रहा है जिसकी ऊंचाई छह मंजिली इमारत जैसी 60 फुट होगी। सेनको गोल्ड एंड डायमंड के सहयोग से इस मंडप का निर्माण किया जाएगा। दीपक घोष मां दुर्गा के इस अभिनव मंडप को आकृति देंगे जबकि यहां विराजमान होने वाली देवी की प्रतिमा का निर्माण मिंटू पाल करेंगे। माडर्न डेकोरेटर द्वारा मंडप का निर्माण किया जाएगा। उक्त मौके पर दीपक घोष, मिंटू पाल के साथ ही सेनको गोल्ड एंड डायमंड के एजीएम अभिजीत धर (बिक्री व संचालन) सहित अन्य विशिष्ट जन उपस्थित थे।
पूजा कमेटी के अध्यक्ष प्रदीप घोष ने कहा कि बजट की चिंता नहीं है जो थीम है, उसके अनुसार दुर्गोत्सव का आयोजन होगा। इसमें जो बजट लगेगा, उसकी व्यवस्था होगी। कभी भी संतोष मित्र स्क्वायर सर्वजनिन दुर्गोत्सव समिति ने बजट की चिंता नहीं की है। इस बार यहां की पूजा ऐतिहासिक होगी। सजल घोष ने कहा कि पश्चिम बंगाल की सोना-चांदी की कारीगरी का इतिहास रहा है। उसके महत्व को दर्शाने के उद्देश्य से इस बार सोना-चांदी से दुर्गामंडप बनाने का निर्णय किया गया है। शुक्रवार को पूजास्थल लेबू तला पार्क में खूंटी पूजा आयोजित होगी।