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West Bengal: सागर मेले की तैयारियों में बेमौसम बारिश ने डाला विघ्न

Sagar Mela 2020. मौसम विभाग ने अगले दो-तीन दिनों तक बारिश का पूर्वानुमान जताया है जिससे सागर मेले की तैयारियों में जुटे दक्षिण 24 परगना जिला प्रशासन को चिंता में डाल दिया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Fri, 03 Jan 2020 06:40 PM (IST)Updated: Fri, 03 Jan 2020 06:40 PM (IST)
West Bengal: सागर मेले की तैयारियों में बेमौसम बारिश ने डाला विघ्न
West Bengal: सागर मेले की तैयारियों में बेमौसम बारिश ने डाला विघ्न

जागरण संवाददाता, गंगासागर। Sagar Mela 2020. साल के 11 महीने देश दुनिया से अलग-थलग रहने वाला सागरद्वीप नए साल के आगमन के साथ ही मकर संक्रांति के लिए फिर से जागृत हो चुका है, लेकिन ऐन मौके पर शुरू हुई बेमौसम बारिश ने तैयारियों में विघ्न डालना शुरू कर दिया। बारिश की वजह से सागर मेले की तैयारियां अचानक धीमी पड़ गई है। मौसम विभाग ने अगले दो-तीन दिनों तक बारिश का पूर्वानुमान जताया है, जिससे सागर मेले की तैयारियों में जुटे दक्षिण 24 परगना जिला प्रशासन को चिंता में डाल दिया है।

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दक्षिण 24 परगना के जिलाधिकारी डॉ. पी उलागानाथन से संपर्क करने पर उन्होंने कहा, 'शुक्रवार सुबह से अचानक शुरू हुई बारिश की वजह से सागर मेले की तैयारियों पर थोड़ा असर जरूर पड़ा है, लेकिन हम अतिरिक्त मानव संसाधन लगाकर निर्धारित समय पर काम पूरा कर लेंगे।' इधर, बारिश के बीच ही मंदिर में दर्शन और पूजन का दौर भी शुरू हो गया है।

बारिश के कारण फंसे तीर्थयात्री

बारिश की वजह से सैकड़ों तीर्थयात्री रास्ते में ही फंसे हुए हैं। जो गंगासागर पहुंच गए हैं, वे भी मुश्किल में हैं। क्योंकि श्रद्धालुओं के अस्थायी निवास के तौर पर तैयार की जा रही शेड का काम भी पूरा नहीं हो पाया है। सामाजिक संस्थाओं के शिविर भी अब तक तैयार नहीं हुए हैं। पहले तीर्थयात्री ऐसी स्थिति में खुले आसमान के नीचे रह लेते थे, लेकिन इस बार बारिश ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मध्य प्रदेश के सतना से पहुंचे कैलाश मिश्रा ने कहा, 'मैं तो मकर संक्रांति के समय होने वाली भारी भीड़ से बचने के लिए काफी पहले ही यहां आ गया हूं, लेकिन बारिश की वजह से मुश्किलें खड़ी हो गई है। लगता है कि संक्रांति से पहले ही स्नान करके लौटना पड़ेगा।'

लॉट नंबर आठ फेरी सेवा के टिकट काउंटर कर्मचारी ने बताया 'पहली जनवरी से ही रोजाना 15 से 20 हजार तीर्थयात्री पहुंचने लगे है। जैसे-जैसे संक्रांति नजदीक आएगी, भीड़ बढ़ती ही चली जाएगी। उसी के मुताबिक लांच सर्विस भी बढ़ाई जाएगी। फिलहाल लॉट नंबर 8 से कचूबेरिया का किराया नौ रुपये है। 10 जनवरी के बाद से इसे बढ़ाकर 40 रुपये प्रति यात्री कर दिया जाएगा।'

भींगकर काम कर रहे कारीगर

बारिश की वजह से कई जगहों पर जमजमाव की स्थिति बन गई है, जिससे काम करने में काफी दिक्कतें पेश आ रही हैं। लेकिन सागर मेले की तैयारियों में लगे कारीगर मौसम की परवाह किए बगैर भींगकर काम कर रहे हैं। सागर मेला परिसर में मेडिकल कैंप तैयार कर रहे एक कारीगर ने बताया, 'अचानक बारिश शुरू होने से काम की गति धीमी पड़ी है। समय पर काम करने का दबाव है इसलिए भींगकार काम करना पड़ा रहा है।' बारिश ने हर कार्य को प्रभावित किया है लेकिन आलोक सज्जा पर ज्यादा असर पड़ा है।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

सागर मेला में तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन काफी सतर्क है। इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। सुरक्षा के मद्देनजर जगह-जगह सुरक्षा कर्मियों की तैनाती शुरू हो गई है। सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जा रहे हैं। इस बीच, डीएम और एसपी ने कपिल मुनि मंदिर जाकर वहां का जायजा लिया।

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