कोलकाता में 'दीदी' पर गरजे शाह- बोले, प. बंगाल को बांग्लोदश बनाना चाहती हैं ममता जी
यहां की जनता बांग्लादेशी घुसपैठियों को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। शाह ने आगे कहा कि ममता जी इन घुसपैठियों को राज्य में शरण देना चाहती हैं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। भारी जनसमूह के बीच भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने दावा किया कि इस बार पश्चिम बंगाल में कमल जरूर खिलेगा। उन्होंने कहा कि सभास्थल पर मौजूद जनसैलाब यही संदेश दे रहा है। शाह ने कहा कि अब यह साफ हो गया है कि बंगाल की जनता बदलाव चाहती है। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुनौती देते हुए कहा कि हमारी आवाज को वो नहीं दबा सकती हैं। इस मौके पर उन्होंने कांग्रेस और राहुल गांधी को भी आड़े हाथ लिया।
शाह ने कहा कि यहां पर मौजूद लाखों लोग इस बात के गवाह हैं कि वह ममता सरकार से पूरी तरह से उब चुके हैं। उन्होंने यहां की सरकार से सवाल करते हुए कहा कि आखिर वह एनआरसी का विरोध क्यों कर रही हैं। उन्होंने एनआरसी की उपयोगिता बताते हुए कहा कि हम इसके जरिए ही बांग्लादेशी घुसपैठियों को रोक सकते हैं। शाह ने जोर देकर कहा कि यहां की जनता बांग्लादेशी घुसपैठियों को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। शाह ने आगे कहा कि ममता जी इन घुसपैठियों को राज्य में शरण देना चाहती हैं।
घुसपैठिये टीएमसी के वोटर
उन्होंने कहा कि पहले घुसपैठियों का वोट कम्युनिस्ट पार्टियों को मिलता था तो ममता घुसपैठियों का विरोध करती थीं, लेकिन जब यह वोटबैंक टीएमसी में खिसक गया तो वह एनआरसी का विरोध कर रही हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश बना दिया है। इस मसले पर उन्होंने कांग्रेस की भी खिंचाई की। शाह ने कहा कि इस मामले में कांग्रेस और राहुल गांधी का भी स्टैंड साफ नहीं है।
शाह ने कहा कि पहले इस रैली को रोकने की कोशिश की गई और अब पश्चिम बंगाल के सारे स्थानीय चैनलों को डाउन कर दिया गया है, ताकि लोग रैली का प्रसारण न देख सकें। उन्होंने कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल की विरोधी कैसे हो सकती है, जबकि हमारी पार्टी के संस्थापक श्यामा प्रसाजद मुखर्जी बंगाल से ही थे। भाजपा बंगाल विरोधी नहीं, ममता विरोधी है।
घुसपैठिये इस देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा
उन्होंने सभा स्थल पर लगे टीएमसी के पोस्टरों पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर हम बंगाल विरोधी कैसे हो सकते हैं। शाह ने कहा कि ममता जी भाजपा के लिए राष्ट्रहित पहले है और वोटबैंक की राजीनति बाद में है। ये घुसपैठिये पश्चिम बंगाल ही नहीं देश के लिए खतरा बन गए हैं। अगर उन्हें नहीं रोका गया तो यह देश के लिए खतरनाक होगा। शाह ने कहा कि ममता राज में बंगाल असुरक्षित है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस समस्या का एनआरसी मात्र समाधान है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा ये घुसपैठिये तृणमूल कांग्रेस ( टीएमसी) के वोटर हैं। इसलिए वह उनका समर्थन कर रहीं हैं। उन्होंने आगाह किया ये घुसपैठिये इस देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा है। शाह ने कहा कि जब तक पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार नहीं आएगी, तब तक घुसपैठियों की समस्या का समाधान नहीं हो सकता है।
राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ा है
शाह ने कहा कि ममता की सरकार जब से आई है, राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ा है। कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ गई है। कारखाने बंद हो रहे हैं और बम बनाने के कारखाने खुल रहे हैं। अपराध के सभी रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि अगर प्रदेश में भाजपा की सरकार आई तो सख्त कानून व्यवस्था होगी और पश्चिम बंगाल को पुरानी सांस्कृतिक पहचान दिलाने का काम किया जाएगा।
भाजपा के 65 कार्यकर्ताओं की हत्या
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हाल में हुए पंचायत चुनावों में ममता सरकार ने विपक्षी उम्मीदवारों को उतरने ही नहीं दिया और सत्ता पक्ष के उम्मीदवारों का निर्विरोध चुने जाने का भी रिकॉर्ड बना दिया। उन्होेंने कहा कि भाजपा के 65 कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई। इसके बावजूद पार्टी का प्रदर्शन शानदार रहा। शाह ने कहा कि कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टियां या तृणमूल कांग्रेस को पश्चिम बंगाल की जनता ने मौका दिया लेकिन ये राज्य का विकास नहीं कर सके। भाजपा को मौका मिला तो ही राज्य का विकास हो सकेगा।
दुर्गा पूजा के दौरान दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन बंद कर दिया गया
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि दुर्गा पूजा के दौरान दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन बंद कर दिया गया, स्कूलों में सरस्वती पूजा रोक दी गई। अगर भाजपा की सरकार आई तो हर हाल में विसर्जन किया जाएगा। अमित शाह ने कहा कि अगर अगली बार दुर्गापूजा को रोका गया तो भाजपा के कार्यकर्ता ममता बनर्जी के सचिवालय की ईंट से ईंट बजा देंगे।
इससे पहले शनिवार को अमित शाह जैसे ही एनएससी बोस इंटरनेशनल एयरपोर्ट से बाहर निकले यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखा और भाजपा विरोधी नारे लगाए। कोलकाता के मेयो रोड में सभास्थल पर भी टीएमसी का सियासी विरोध देखने को मिला। पोस्टर पर लिखा हुआ है 'एंटी बंगाल भाजपा गो बैक'। सिर्फ सड़क के किनारे ही नहीं यहां तक कि मंच के आसपास भी तृणमूल के झंडों की बाढ़ है। जहां भाजपा की रैली के लिए मंच तैयार किया जा रहा है वहां तृणमूल के झंडे भ्रमित कर देते हैं कि यहां भाजपा की रैली है या तृणमूल की।
तृणमूल का दावा 15 अगस्त की तैयारी में लगाए गए झंडे
झंडों के बारे में जब तृणमूल के नेताओं से पूछा गया तो उन लोगों का कहना है कि 15 अगस्त की तैयारी के मद्देनजर तृणमूल के झंडों और हमारी नेता ममता बनर्जी के पोस्टरों से सजा रहे हैं। इसमें अमित शाह की मीटिंग का कोई मामला नहीं है। वैसे यह पहली बार नहीं है। इससे पहले जून में अमित शाह के पुरुलिया व वीरभूम दौरा हो या फिर 16 जुलाई को पीएम नरेंद्र मोदी की सभा। तृणमूल कार्यकर्ताओं ने पूरे इलाके को ममता व तृणमूल के झंडे से पाट दिया था।
रांची से बुलाई गए डेकोरेटर
पश्चिम बंगाल में पंडाल के कारीगरों की कारीगरी देशभर में मशहूर है। लेकिन, पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में पंडाल गिरने की घटना से भाजपा ने इस बार सबक लिया है। भाजपा नेतृत्व ने इस बार कोलकाता नहीं बल्कि रांची के डेकोरेटर पर भरोसा जताया है। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष देवजीत सरकार ने बताया कि रांची के डेकोरेटर से शाह की सभा का मंच तैयार कराया जा रहा है। ये डेकोरेटर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को पसंद है और लंबे समय से झारखंड व बिहार में कई मंच तैयार करते आ रहे हैं। गौरतलब है कि कोलकाता में मोदी के भाषण के दौरान ही पंडाल गिर गया था। उस घटना में 90 लोग जख्मी हो गए थे। इसे लेकर प्रदेश भाजपा की काफी फजीहत हुई थी। ऐसे में अमित शाह की सभा के लिए पार्टी कोई जोखिम नहीं लेना चाह रही।
भाजपा समर्थकों की बस पर हमला
अमित शाह की रैली में शामिल होने के लिए कोलकाता आ रहे भाजपा समर्थकों की बस पर हमला किया गया है। जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार रात कोलकाता जा रही बीजेपी समर्थकों से भरी बस पर पश्चिमी मिदनापुर के चंद्रकोर में हमला किया।
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि शनिवार की योजना से राज्य की राजधानी कोलकाता को बाहर रखा गया है। उन्होंने कहा कि कोलकाता को छोड़कर, हम एनआरसी के विरोध में पूरे राज्य में रैलियां आयोजित करेंगे।