बंगाल में विवेकानंद जयंती को लेकर शुरू हुई सियासत, सुवेंदु के बाद अब टीएमसी ने बताया प्लान
west bengal politics भाजपा विवेकेर डाके अभियान के तहत 12 जनवरी को श्यामबाजार से शिमला स्ट्रीट स्थित विवेकानंद के निवास स्थल तक पदयात्रा निकालेगी। इसमें सुवेंदु अधिकारी के अलावा मुकुल राय व कैलाश विजयवर्गीय सरीखे पार्टी नेता भी शामिल होंगे।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में अब स्वामी विवेकानंद की जयंती को लेकर सियासत शुरू हो गई है। हाल में तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए सुवेंदु अधिकारी ने विवेकानंद जयंती पर पिछले दिनों 'विवेकेर डाके' (विवेक के आ²वान पर) अभियान की घोषणा की तो तृणमूल ने भी राज्यभर में 'विवेक चेतनाÓ उत्सव का आयोजन करने की घोषणा कर दी है। ममता सरकार के मंत्री ब्रात्य बसु ने सोमवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल के मनीषियों का सम्मान और बढ़ाया है। उन्होंने केंद्र सरकार पर परोक्ष तौर पर आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ लोगों की साजिश के कारण मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शिकागो और आक्सफोर्ड में व्याख्यान नहीं दे पाई थीं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक भाजपा विवेकेर डाके अभियान के तहत 12 जनवरी को श्यामबाजार से शिमला स्ट्रीट स्थित विवेकानंद के निवास स्थल तक पदयात्रा निकालेगी। इसमें सुवेंदु अधिकारी के अलावा मुकुल राय व कैलाश विजयवर्गीय सरीखे पार्टी नेता भी शामिल होंगे।
दूसरी तरफ उसी दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी की तरफ से दक्षिण कोलकाता में विवेकानंद जयंती का पालन किया जाएगा। तृणमूल सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार शाम गोलपार्क स्थित विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अभिषेक बनर्जी इसका शुभारंभ करेंगे। इसके बाद गोलपार्क से हाजरा तक जुलूस निकाला जाएगा। गौरतलब है कि विवेकानंद जयंती के बाद आजादी के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को लेकर भी तृणमूल और भाजपा में होड़ लगने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दोनों की तरफ से नेताजी जयंती के पालन के लिए कमेटियों का गठन किया गया है।