पुलिस कर्मियों ने चाय पिलाने वाली महिला का किया अंतिम संस्कार
महानगर से सर्वे पार्क इलाके में छोटी चाय की दुकान चलाती थी। पुलिस कर्मियों ने निभाए बच्चों का कत
महानगर से सर्वे पार्क इलाके में छोटी चाय की दुकान चलाती थी। पुलिस कर्मियों ने निभाए बच्चों का कर्तव्य।
जेएनएन, कोलकाता: वैसे तो पुलिस को लेकर लोगों की एक अलग धारणा रहती है। परंतु, महानगर में पुलिस का एक मानवीय चेहरा देखने को मिला। यहा पुलिस स्टाफ ने मिलकर दरियादिली दिखाते हुए एक निर्धन वृद्ध महिला को सम्माजनक अंतिम विदाई दी। यही नहीं पुलिस स्टाफ ने अंतिम संस्कार के लिए बच्चों की जिम्मेदारी भी निभाई।
आरती व्यापारी नाम की एक महिला अपने पति ननिगोपाल व्यापारी के साथ कोलकाता में सर्वे पार्क पुलिस स्टेशन से लगी हुई एक झोपड़ी में रहती थी। दोनों पति-पत्नी मिलकर एक छोटी चाय की दुकान चलाते थे जहा अक्सर पुलिस थाने से लोग ब्रेक के दौरान चाय पिया करते थे।
मंगलवार देर रात आरती गंभीर रूप से बीमार पड़ गईं। उनके पति दौड़कर पुलिस स्टेशन पहुंचे। जहा मौजूद होमगार्ड सुकुमार पंडा, आरिफ मंडल और उज्जवल मंडल उन्हें पुलिस की गाड़ी से एमआर बागुर अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन डॉक्टर उनकी जान नहीं बचा सके।
पुलिसकर्मी शव को वापस घर ले आए। पत्नी के जाने से वृद्ध ननिगोपाल बेहद स्तब्ध और दुखी थे। इस समय पुलिसकर्मियों ने स्वयं आगे आकर बच्चों की जिम्मेदारी निभाई। सर्वे पार्क पुलिस स्टेशन और पूर्वं जाधवपुर ट्रैफिक गार्ड ने पैसे इकट्ठा करके आरती के शव को बोराल घाट पर ले गए जहा उनका अंतिम संस्कार किया गया। ननिगोपाल और आरती के तीन बच्चे- दो बेटे और एक बेटी है। वह बिहार के मुजफ्फरपुर में रहते हैं। उनकी मा की मौत की खबर उन्हें भेज दी गई।