Coronavirus: कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए पश्चिम बंगाल में प्लाज्मा थेरेपी शुरू
Plasma therapy started in West Bengal मेडिकल कौंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च ने कोलकाता मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल को प्लाज्मा थेरेपी के लिए क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति दी
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए पश्चिम बंगाल में प्लाज्मा थेरेपी शुरू हो गई है। मेडिकल कौंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने पहले ही कोलकाता मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल को प्लाज्मा थेरेपी के लिए क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति दे दी है। इसके तुरंत बाद मेडिकल कॉलेज ने प्लाज्मा दान लेना शुरू भी कर दिया।
कोलकाता मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग के सूत्रों के मुताबिक ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग में कोविड-19 से ठीक हुए 2 मरीजों का प्लाज्मा ग्रहण किया गया है। अगले हफ्ते से कोरोना के ठीक हो चुके मरीजों के रक्त में से प्लाज्मा निकालकर उन कोरोना पॉजिटिव मरीजों के शरीर में इंजेक्ट किया जाएगा जो फिलहाल अस्पतालों में हैं।
प्लाज्मा दान देने वाले और प्लाज्मा दान लेने वाले दोनों मरीजों की सेहत पर सतत निगरानी रखी जाएगी। थेरेपी से जुड़े हर मरीज का डाटा आईसीएमआर को भेजा जाएगा। बताते चलें कि शरीर पर जब भी किसी वायरस का हमला होता है तो हमारा शरीर उससे लड़ने के लिए एंटीबॉडी बनाता है। ये एंटीबॉडी वायरस से लड़कर उसे खत्म कर देती है।
प्लाज्मा थेरेपी में कोरोना को मात दे चुके व्यक्तियों के शरीर से प्लाज्मा के रूप में इन एंटीबॉडी को निकालकर अस्पताल में भर्ती मरीज के शरीर में इंजेक्ट किया जाता है। ये एंटीबॉडी उस मरीज के शरीर में मौजूद वायरस से लड़कर उसे खत्म कर देती है। जिस व्यक्ति को प्लाज्मा चढ़ाया जा रहा है, भविष्य में वह भी प्लाज्मा दान कर सकता है।
बताते चलें कि बंगाल में कोरोना के नए मामलों का पिछला सभी रिकॉर्ड गुरुवार को टूट गया। पिछले 24 घंटे में राज्य में कोरोना के रिकॉर्ड 344 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। एक दिन में अब तक का यह सर्वाधिक मामला है। इसके बाद राज्य में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 4536 हो गया है जिनमें 2573 एक्टिव केस है। राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से गुरुवार शाम जारी मेडिकल बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है। इसके अनुसार, पिछले 24 घंटे में कोरोना से राज्य में फिर 6 लोगों की मौत भी हुई है, इसके बाद मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 223 हो गया है।