Durga Puja 2022: दुर्गा पूजा शुरू होने के साथ शुरू हुई बारिश ने सबके माथे पर खींची चिंता की लकीरें
बंगाल की खाड़ी में दोहरे घूर्णावत के प्रभाव से हो रही है बारिश सप्तम अष्टमी और नवमी को बंगाल के विभिन्न जिलों में भारी बारिश की है आशंका कोलकाता समेत बंगाल के विभिन्न जिलों में बारिश शुरू हो गई। इससे पूजा के रंग में भंग पड़ गया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में दुर्गा पूजा शुरू होने के साथ ही शुरू हुई बारिश ने सबके माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। यूं तो मौसम विभाग ने पहले ही पूजा के दिनों में बारिश का अनुमान जता दिया था लेकिन पूजा आयोजक व दर्शनार्थी कहीं न कहीं उम्मीद कर रहे थे कि मौसम विभाग की भविष्यवाणी गलत साबित होगी लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा। महाषष्ठी की शाम से ही कोलकाता समेत बंगाल के विभिन्न जिलों में बारिश शुरू हो गई। कोलकाता में कई इलाकों में अच्छी-खासी बारिश हुई। कुछ जगहों पर जलजमाव भी हो गया। इससे पूजा के रंग में भंग पड़ गया। महा सप्तमी की सुबह से कोलकाता, हावड़ा समेत कई जिलों में बारिश हो रही है। रविवार को उत्तर व दक्षिण 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में दोहरा घूर्णावत है। एक घूर्णावत की उत्पत्ति हो चुकी है और दूसरे के अगले 24 घंटे में उत्पन्न होने के आसार हैं। इसी की वजह से बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने बताया कि महाअष्टमी के दिन भी पूर्व पश्चिम मेदिनीपुर, बांकुड़ा, झारग्राम और पुरुलिया जिलों में भारी बारिश के आसार हैं। इसी तरह महा नवमी के दिन उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार व कलिंपोंग जिलों में भारी बारिश हो सकती है। भारी बारिश से पूजा आयोजक बेहद परेशान हैं।
कोलकाता में एक से बढ़कर एक भव्य व बड़े पंडाल तैयार किए गए हैं। बारिश से उनकी साज- सज्जा पर भारी असर पड़ सकता है। बारिश होगी तो लोग उन्हें देखने निकलेंगे भी नहीं, जिससे महीनों से की गई उनकी मेहनत पर पानी फिर सकता है। दर्शनार्थी भी बेहद चिंता में हैं। खासकर बच्चे व युवा वर्ग थोड़े निराश हैं।
दुर्गा पूजा में पहनने के लिए नए-नए कपड़े खरीदे गए हैं। बारिश होगी तो घर से निकल नहीं पाएंगे और नए कपड़ों को पहनने का मौका भी नहीं मिलेगा इसलिए इस समय सबकी निगाहें आसमान पर टिकी हुई हैं और सभी इंद्रदेव से यही विनती कर रहे हैं कि पूजा के दिनों में बारिश न हों।