Partha Chatterjee का जेल में पांचवां दिन, बाल अपराधियों से पूछी गुनाहों की गिनती, अर्पिता की किस डिमांड को प्रशासन ने ठुकराया
शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी ने जेल में छात्रों का हाल-चाल जाना। इस दौरान उन्होंने छात्रों को नसीहत भी दी। दरअसल पार्थ चटर्जी ने पांच दिनों में जेल की जिंदगी को काफी हद तक ढाल लिया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी ने जेल में छात्रों का हाल-चाल जाना। इस दौरान उन्होंने छात्रों को नसीहत भी दी। दरअसल पार्थ चटर्जी ने पांच दिनों में जेल की जिंदगी को काफी हद तक ढाल लिया है। तमाम मुश्किलों के बावजूद पूर्व मंत्री इसी राह पर चलने लगे हैं। इसलिए अब वह नियमित रूप से जेल के अंदर घूमने लगे हैं। कैदियों से बात करने लगे हैं। जेल सूत्रों के मुताबिक इस कड़ी मे मंगलवार को पार्थ चटर्जी उन छात्रों के बीच पहुंच गए जो विभिन्न अपराधों में जेल में कैद हैं।
पूर्व मंत्री ने छात्रों से जानना चाहा कि वह किन अपराधों में सलाखों के पीछे हैं। छात्रों के पास कुछ किताबें भी थीं जिसे पार्थ ने पलटा। इसके बाद उन्होंने छात्रों से कहा कि पढ़ाई का दुनिया में कोई विकल्प नहीं है। बाद में वह वहां से टहलते हुए धीरे से चले गए। बताते चलें कि पार्थ सुबह में चाय और बिस्कुट के अलावा लइया व खीरा खाते हैं। अन्य कैदियों की तरह उनके दोपहर के भोजन के मेनू में चावल, दाल, तले हुए आलू और चिकन शामिल होते हैं। फिर जेल अस्पताल के डाक्टर दो बार उनके स्वास्थ्य की जांच करते हैं। कल पार्थ के पैर-कमर में दर्द था। इसके लिए डाक्टरों ने उनके सेल में दवा पहुंचाने की व्यवस्था की।
दूसरी ओर इस घोटाले में गिरफ्तार उनकी महिला मित्र अर्पिता मुखर्जी ने अलीपुर महिला जेल में टीवी का अनुरोध किया था, जिसे जेल प्रशासन ने मंजूरी नहीं दी। दोपहर में उन्हें चावल, दाल, परवल की सब्जी और मछली शोरबा परोसा गया। दोपहर में कैंटीन से मसालेदार लइया भी लाया गया।