एक लाख साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों को हर साल मिलेगा रोजगार
बंगाल सरकार हर साल साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में करीब एक लाख नई नौकरियां सृजित करने की योजना बना रही है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। बंगाल सरकार हर साल साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में करीब एक लाख नई नौकरियां सृजित करने की योजना बना रही है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर सरकार स्नातक स्तर पर साइबर सुरक्षा को लेकर एक पाठ्यक्रम तैयार करेगी ताकि छात्र-छात्राओं को सूचना प्रौद्योगिकी (आइटी) के क्षेत्र में नौकरियां मिल सके।
इससे उन्हें पुलिस विभाग में नौकरी करने का अवसर मिलेगा। कहा जा रहा है कि बंगाल देश का पहला राज्य होगा, जो विभिन्न सरकारी विभागों के लिए साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों की नियुक्ति करेगा ताकि साइबर खतरों का सामना किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में साइबर सुरक्षा को खतरा सरकार और जनता के लिए चिंता का प्रमुख कारण है। तेजी से हो रहे डिजिटलीकरण के साथ साइबर सुरक्षा जितना महत्वपूर्ण हो गया है, उतनी ही इसे लेकर चुनौतियां भी हैं। राज्य के सूचना प्रौद्योगिकी (आइटी) और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग पाठ्यक्रम तैयार करने में उच्च शिक्षा विभाग की सहायता करेंगे। इसे लेकर आइटी विभाग नदिया जिले के कल्याणी में भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि विशेष पाठ्यक्रम तैयार किया जा सके।
प्रारंभिक योजना के अनुसार पाठ्यक्रम आइआइटी और कलकत्ता विश्वविद्यालय के तहत सभी कॉलेजों में शुरू होगा। नेटवर्किंग और ऑपरेटिंग सिस्टम पर छात्रों को बुनियादी ज्ञान प्रदान किया जाएगा। आइटी विभाग पुलिस, शिक्षाविदों और उद्योगों के साथ समन्वय में भी काम कर रहा है ताकि सरकारी दस्तावेजों को छेड़छाड़ से बचाया जा सके।
गौरतलब है कि सरकार ने राज्य में साइबर अपराधों की बढ़ती संख्या के निपटारे के लिए पहले से ही पश्चिम बंगाल साइबर सिक्योरिटी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (डब्ल्यूबीसीएस-सीओइ) की स्थापना की है। गत 16 मार्च को न्यूटाउन के विश्व बाग्ला कंवेंशन सेंटर में साइबर सुरक्षा पर एक कार्यशाला भी आयोजित की गई थी।