West Bengal: मुर्शिदाबाद में मध्यस्थता बैठक में गोलीबारी, एक की मौत तीन घायल
मुर्शिदाबाद (Murshidabad) के डोमकल थाना क्षेत्र में मध्यस्थता बैठक के दौरान हुई गोलीबारी और बम विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई। मठपारा (Mathpara) इलाके में शराब पीने के दौरान दो गुटों में विवाद हो गया था।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। मुर्शिदाबाद में मध्यस्थता बैठक के दौरान हुई गोलीबारी और बम विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गयी और तीन अन्य घायल हो गये। घटना मुर्शिदाबाद के डोमकल थाना क्षेत्र में घटी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक कुछ दिनों पहले डोमकल के महेदीपाड़ा और बबलाबोना मठपारा इलाके में शराब पीने के दौरान दो गुटों में विवाद हो गया था।
मामले को सुलझाने के लिए गुरुवार को बैठक बुलाई गई थी। बैठक के दौरान महेदीपाड़ा के लोगों ने उन पर गोलियों चलाने के साथ ही बम से हमला कर दिया। घटना में कई लोग घायल हो गए जिन्हें डोमकल सुपर स्पेश्यलिटी अस्पताल लाया गया तो अफजल हुसैन (35) नाम के युवक की मौत हो गई। मृतक का घर डोमकल के मेहदीपाड़ा इलाके में है। घायलों में से तीन को मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया। मौके पर भारी पुलिस बल ने पहुंच कर स्थिति को संभाला। घटना से इलाके में हड़कंप मच गया है। पुलिस चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
भाटपाड़ा नगरपालिका में ही पार्षदों में हो गयी हाथापाई
-चर्चाओं में रहने वाली भाटपाड़ा नगरपालिका एक बार फिर सुर्खियों में आ गयी। एक बार फिर पालिका भवन में ही हाथापाई हो गयी। पालिका सूत्रों के मुताबित कई मुद्दों को लेकर इस दिन पालिका के कॉन्फ्रेंस हॉल में पार्षदों की बैठक थी। बैठक के शुरू होने से पहले ही अचानक ही एक बात को लेकर पार्षद सत्येन राय व तरुण साव में बहस हो गयी और बात हाथापाई तक पहुंच गयी हालांकि वहां मौजूद अन्य पार्षदों ने उन्हें रोका और मामले को संभाल लिया। इसके बाद बैठक स्थगित हो गयी।
आरोप है कि पार्षद सत्येन राय ने बैठक में चेयरपर्सन की ओर से उनके आवेदनों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि उनके विषयों को लेकर बैठक में चर्चा हो हालांकि इस पर पार्षद तरुण राय ने कहा कि वे बात करने के अपने लहजे को ठीक करें। इसको लेकर ही दोनों पार्षदों में तनातनी हो गयी।
आरोप है कि इस घटना से एक बार फिर यहां दो गुटों में तनाव सामने आया है। इसको लेकर विरोधी पार्टी नेतृत्व का आरोप है कि भाटपाड़ा में तृणमूल में ही गुटीय द्वंद्व है जो इस तरह से सामने आ गया है। ऐसा पहली बार नहीं है। नगरपालिका के भीतर ही इसके पहले भी हिंसा की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। वहीं घटना को लेकर तृणमूल नेतृत्व की ओर से कहा गया कि ऐसी कोई बात नहीं हुई थी। दोनों अपनी बात रख रहे थे जिस पर बहस हो गयी, आगे फिर कभी ऐसा ना हो इस पर ध्यान दिया जायेगा।