बंगाल में दुर्गापुर की डेढ़ माह की बच्ची ने कोरोना और दिल की गंभीर बीमारी को एक साथ दी मात
जाको राखे साइयां मार सके ना कोय...बच्ची के दिल की धड़कन रुक सी गई थी। पेट और दिल में पानी भर गया था। किडनियों ने भी काम करना बंद कर दिया था। बच्ची को जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था। लेकिन हमने हार नहीं मानी और कोशिश करते रहे।
विशाल श्रेष्ठ, कोलकाता : जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय...महज डेढ़ माह की एक बच्ची ने कोरोना और दिल की गंभीर बीमारी को एक साथ मात दे दी। बच्ची बंगाल के दुर्गापुर की रहने वाली है। फिल्हाल बच्ची की हालत अभी ठीक है हालांकि उसपर गहन चिकित्सकीय निगरानी रखी जा रही है।
टेस्ट में उसे दिल की बीमारी का भी पता चला
उसकी मां सोनाली हाजरा ने बताया-'जन्म के नौवें दिन ही मेरी बच्ची को बुखार हो गया था। पहले उसे दुर्गापुर के दो अस्पतालों में भर्ती कराया। जब वहां मेरी बच्ची की हालत में सुधार नहीं हुआ तो उसे कोलकाता के फोर्टिस अस्पताल आनंदपुर में लेकर आएं। जांच में बच्ची के कोरोना संक्रमित होने का पता चला। बच्ची को सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी। टेस्ट में उसे दिल की बीमारी होने का भी पता चला।'
साइटोकीन स्ट्रोम कोरोना से होने वाला विकार
फोर्टिस हॉस्पिटल आनंदपुर की बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुमित्रा साहा ने बताया-'बच्ची में साइटोकीन स्ट्रोम नामक समस्या देखी गई थी, जो कोरोना के कारण उत्पन्न होने वाला विकार है। यह दिल को काफी प्रभावित करता है। बच्ची को जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था। एक समय उसके दिल की धड़कन रुक सी गई थी और पेट और दिल में पानी भर गया था।
मेहनत रंग लाई और बच्ची की तबीयत में सुधार
उसकी किडनी ने भी काम करना बंद कर दिया था लेकिन हमने हार नहीं मानी और कोशिश करते रहे। आखिरकार हमारी मेहनत रंग लाई और बच्ची की तबीयत में धीरे-धीरे सुधार होना शुरू हुआ और अंततः बच्ची ने कोरोना और दिल की गंभीर बीमारी, दोनों को मात दे दी।