Move to Jagran APP

बंगाल के अधिकारियों को तलब किये जाने पर तृणमूल कांग्रेस ने कहा, केंद्रीय गृह मंत्री के प्रति जवाबदेह नहीं

हमले के बाद केंद्र सरकार बेहद सख्त। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मुख्य सचिव और डीजीपी किए तलब। ममता सरकार के साथ खींचतान बढ़ी। तीनों आइपीएस अधिकारियों को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भेजे जाने से इन्कार। आइपीएस अधिकारी बंगाल कैडर के। पहले राज्य की सहमति होना जरूरी।

By Vijay KumarEdited By: Published: Sat, 12 Dec 2020 06:38 PM (IST)Updated: Sat, 12 Dec 2020 06:38 PM (IST)
बंगाल के अधिकारियों को तलब किये जाने पर तृणमूल कांग्रेस ने कहा, केंद्रीय गृह मंत्री के प्रति जवाबदेह नहीं
पत्र लिखकर कहा गया कि मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को दिल्ली तलब करना ‘राजनीति से प्रेरित है।’

 राज्य ब्यूरो, कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद कल्याण बनर्जी ने शनिवार को केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला को पत्र लिखकर कहा कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमले को लेकर बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को दिल्ली तलब करना ‘राजनीति से प्रेरित है।’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था राज्य का विषय है। 

loksabha election banner

हमले के बाद केंद्र सरकार बेहद सख्त 

लोकसभा में तृणमूल कांग्रस के मुख्य सचेतक बनर्जी ने आरोप लगाया कि राज्य प्रशासन को भयभीत करने के लिए दबाव डालने वाली कार्रवाई की जा रही है और केंद्रीय गृह मंत्री के इशारे पर शीर्ष अधिकारियों को तलब किया गया है। तीन आइपीएस अधिकारियों को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर बुलाया। बंगाल के दौरे पर आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के बाद केंद्र सरकार बेहद सख्त है। 

मुख्य सचिव और डीजीपी किए तलब

पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस घटना को लेकर बंगाल के मुख्य सचिव और डीजीपी को समन भेजकर तलब किया। वहीं, अब गृह मंत्रालय ने नड्डा की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार बंगाल में सेवारत भारतीय पुलिस सेवा (आइपीएस) के तीन अधिकारियों को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर अपनी सेवा देने के लिए शनिवार को तलब किया। अधिकारियों ने बताया कि तीनों अधिकारी भाजपा अध्यक्ष की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार थे। 

ममता सरकार के साथ खींचतान बढ़ी

इधर, केंद्र के इस कदम के बाद ममता सरकार के साथ खींचतान और बढ़ गई है। राज्य सरकार जहां मुख्य सचिव व डीजीपी को भेजे जाने से पहले ही इन्कार कर चुकी है। वहीं, तीनों आइपीएस अधिकारियों को भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भेजे जाने से इन्कार कर दिया है। इसको लेकर बंगाल सरकार ने गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखी है। इसमें कहा गया है कि आइपीएस अधिकारियों को गृह मंत्रालय अटैच नहीं कर सकता। 

आइपीएस अधिकारी बंगाल कैडर के 

वहीं, गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि तीनों आइपीएस अधिकारी बंगाल कैडर के हैं और उन्हें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति में सेवा के लिए बुलाया गया है। जिन तीनों अधिकारियों को डेपुटेशन पर बुलाया गया है उनमें वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी राजेश मिश्रा, प्रवीण कुमार व भोला नाथ पांडे हैं। 

पहले राज्य की सहमति होना जरूरी

केंद्र के अनुसार, इन अधिकारियों को उन चूकों की वजह से बुलाया गया है, जिनकी वजह से नड्डा के काफिले पर हमला हुआ। उन्होंने बताया कि यह फैसला अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों पर लागू होने वाली नियमावली के तहत लिया गया है। उल्लेखनीय है कि सामान्य तौर पर अखिल भारतीय सेवा के किसी अधिकारी को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर बुलाने से पहले संबंधित राज्य की सहमति ली जाती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.