Move to Jagran APP

एनआरएस के चिकित्सक ने फार्मासिस्ट को पीटा

जागरण संवाददाता कोलकाता अक्सर अस्पताल में मरीजों के परिजनों द्वारा चिकित्सकों की पिटाई का

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Sep 2019 05:08 PM (IST)Updated: Thu, 05 Sep 2019 07:00 AM (IST)
एनआरएस के चिकित्सक ने फार्मासिस्ट को पीटा
एनआरएस के चिकित्सक ने फार्मासिस्ट को पीटा

जागरण संवाददाता, कोलकाता : अक्सर अस्पताल में मरीजों के परिजनों द्वारा चिकित्सकों की पिटाई का मामला सामने आता है, लेकिन इस बार एनआरएस मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के एक चिकित्सक पर फार्मासिस्ट की पिटाई का आरोप लगा है। मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को फार्मासिस्ट जयदेव कुंडू अस्पताल के आउटडोर फार्मेसी में ड्यूटी पर तैनात थे, तभी दोपहर के दौरान सर्जरी विभाग के एक पोस्ट ग्रेजुएट ट्रेनी चिकित्सक वहां पहुंचे और बिना प्रिस्क्रिप्शन के दवा देने को कहा, लेकिन फार्मासिस्ट जयदेव कुंडू ने ऐसा करने से साफ इन्कार कर दिया। जिसके बाद दोनों के बीच कहासुनी हुई और इस दौरान चिकित्सक ने उनकी जमकर पिटाई कर दी। इस घटना के बाद मीडिया कर्मियों से मुखातिब हुए फार्मासिस्ट संगठन, प्रगतिशील फार्मासिस्ट एसोसिएशन के एनआरएस मेडिकल कॉलेज व अस्पताल इकाई के अध्यक्ष अरुप पट्सा ने कहा कि हम फार्मासिस्ट हैं और बिना प्रिस्क्रिप्शन के दवा देना कानूनन अपराध होने के कारण पीड़ित फार्मासिस्ट ने ऐसा करने से मना किया तो चिकित्सक ने पहले तो उनका कॉलर पड़ा और इसका विरोध करने पर उसने मारपीट शुरू कर दी। हालांकि घटना की सूचना मिलने के बाद जब हम मौके पर पहुंचे तो हमने चिकित्सक के इस कृत्य की निंदा करते हुए उन्हें उनके इस व्यवहार को माफी मांगने को कहा, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इन्कार कर दिया। जिसके बाद उक्त घटना की मौखिक शिकायत अस्पताल परिसर में स्थित पुलिस चौकी में की गई और इससे अस्पताल के पदाधिकारियों को अवगत कराया गया। आरोप है कि चिकित्सक ने पीड़ित फार्मासिस्ट के साथ गलत व्यवहार के साथ ही उनकी जमकर पिटाई भी की। इस घटना में गंभीर रूप से जख्मी हुए फार्मासिस्ट जयदेव को उनके साथियों की मदद से आपात विभाग में ले जाया गया, जहां उनका एक्स-रे, सीटी स्कैन किया गया। फिलहाल वे गहन चिकित्सा विभाग में इलाजरत हैं। वहीं अरुप पट्सा ने बताया कि उक्त घटना को संज्ञान में लेते हुए अस्पताल के अधिकारियों ने इसकी एक लिखित शिकायत देने को कहा था लेकिन प्रक्रिया के दौरान कार्यालय बंद होने की सूरत में बुधवार को लिखित शिकायत की कॉपी अस्पताल प्रबंधन को सौंपी जा सकी। जिसमें आरोपित चिकित्सक के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की गई है। इधर, अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक सह वाइस प्रिंसिपल सौरव चट्टोपाध्याय से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन अस्पताल में अनुपस्थित होने के कारण उनसे बात संभव नहीं हो सकी।

prime article banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.