अब नेहरू की मूर्ति पर फेंका काला रंग
-बर्द्धमान के कटवा में टेलीफोन मैदान में लगी प्रतिमा पर फेंकी खालिख -पुलिस ने शुरू की जांच, अब
-बर्द्धमान के कटवा में टेलीफोन मैदान में लगी प्रतिमा पर फेंकी खालिख
-पुलिस ने शुरू की जांच, अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं
जागरण संवाददाता, कोलकाता: त्रिपुरा से शुरू हुई मूर्तियों को नुकसान पहुंचाने की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है। त्रिपुरा की घटना के बाद कोलकाता में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति में कालिख पोती गई थी और तोड़ने का प्रयास हुआ था। कुछ दिनों तक शाति रहने के बाद अब बंगाल के बर्द्धमान जिले में देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की मूर्ति पर काला रंग फेंक दिया। यह घटना शुक्रवार की रात को कटवा टेलिफोन मैदान में हुई।
बीती रात जिला पुलिस को सूचना मिली की नेहरू जी की मूर्ति पर हमला हुआ है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि शरारती तत्वों ने नेहरू जी की मूर्ति पर काला रंग फेंक दिया है। स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने मूर्ति को साफ कराया। पुलिस मामले की जाच कर रही है।
ज्ञात हो कि त्रिपुरा में लेनिन के बाद, तमिलनाडु में पेरियार, कोलकाता में श्यामा प्रसाद मुखर्जी, केरल में महात्मा गाधी, यूपी में अंबेडकर के बाद भगवान हनुमान की मूर्ति के साथ छेड़छाड़ की गई थी। देश भर में एक दूसरे के आदशरें की मूर्ति तोड़ सियासत के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत कई दलों के नेताओं ने इन घटनाओं की निंदा की थी। नायडू ने राज्यसभा में मूर्ति तोड़ने वाले को मैड बता डाला। उन्होंने कहा कि मूर्ति तोड़ने वाले मैड हैं और हंगामा करने वाले बैड। शाह ने साफ किया कि पार्टी मूर्ति तोड़ने की घटनाओं का समर्थन नहीं करते हैं। मूर्ति तोड़ने की घटनाएं दुखद हैं। इस बीच मूर्ति विवाद में ऐक्टर से नेता बने कमल हासन भी कूद गए थे। हासन ने मूर्ति तोड़ने की निंदा करते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा, मूर्ति तोड़ने के लिए जो भी दोषी हो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। मूर्ति तोड़ना मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने की साजिश है।