अब नर्सों की नियुक्ति में धांधली, नर्सिंग स्टूडेंट्स के साथ पुलिस की झड़प, हंगामा
विरोध कर रही नर्सों का दावा है मेरिट सूची में हैं कई विसंगतियां। पुलिसकर्मयों ने जबरन धरना दे रहे स्वास्थ्यकर्मयों को खदेड़ दिया। मेरिट सूची में होने के बावजूद काउंसिलिंग के लिए नहीं बुलाया गया। मेन गेट पर कब्जा जमाने के बाद महिला पुलिसकर्मी पहुंची और नर्सिंग स्टूडेंट्स को हटाया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की राजनीति एसएससी भर्ती घोटाले को लेकर गरमाई हुई है। अब नर्सों की भर्ती में भी धांधली का आरोप लगा है। भर्ती की मांग को लेकर नर्सिंग स्टूडेंट्स बार-बार साल्टलेक स्थित स्वास्थ्य भवन के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार को शुरू हुआ प्रदर्शन मंगलवार को भी हुआ।
पुलिसकर्मयों ने जबरन धरना दे रहे स्वास्थ्यकर्मयों को खदेड़ दिया
मंगलवार को साल्टलेक स्थित स्वास्थ्य भवन सामने नर्सिंग स्टूडेंट्स ने धरना दिया। उन्होंने जबरन स्वास्थ्य भवन में घुसने की कोशिश की। नर्सिंग स्टूडेंट्स के विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस ने हस्तक्षेप किया और बैरिकेड लगा दिया, लेकिन आंदोलनकारी उग्र हो गए हैं। उन्होंने बैरिकेड्स तोड़ते हुए स्वास्थ्य भवन के गेट पर कब्जा जमा लिया। बाद में पुलिसकर्मयों ने जबरन धरना दे रहे स्वास्थ्यकर्मयों को खदेड़ दिया।
मेरिट सूची में होने के बावजूद काउंसिलिंग के लिए नहीं बुलाया गया
बता दें कि स्वास्थ्य भवन ने राज्य में करीब तीन हजार नर्सों की भर्ती के लिए मेरिट लिस्ट प्रकाशित की है। लेकिन विरोध कर रही नर्सों का दावा है कि उस सूची में कई विसंगतियां हैं। आरोप है कि कई को मेरिट सूची में होने के बावजूद काउंसिलिंग के लिए नहीं बुलाया गया।
पुलिस की बैरिकेड्स तोड़ते हुए स्वास्थ्य भवन के गेट पर कब्जा जमाया
मंगलवार दोपहर नर्सों ने अपना विरोध फिर से शुरू किया। पुलिस ने दावा किया कि उन्होंने राज्य स्वास्थ्य भर्ती बोर्ड के कार्यालय में घुसने की कोशिश की। इस बीच उन लोगों ने पुलिस की बैरिकेड्स तोड़ते हुए स्वास्थ्य भवन के गेट पर कब्जा जमा लिया।
पुलिस उन्हें जबरन उठाकर वैन में ले गई और हिरासत में ले लिया
नर्सिंग स्टूडेंट्स के स्वास्थ्य भवन के मेन गेट पर कब्जा जमाने के बाद बड़ी संख्या में महिला पुलिसकर्मी पहुंची और उन्होंने जबरन नर्सिंग स्टूडेंट्स को हटा दिया। इसे लेकर पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई। पुलिस उन्हें जबरन उठाकर वैन में ले गई और उनलोगों को हिरासत में ले लिया। नर्सिंग स्टूडेंट्स स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने उन लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया है।