आरबीआइ कार्यालय के समक्ष कांग्रेस का विरोध-प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, कोलकाता : नोटबंदी की वर्षगांठ पर बुधवार को प्रदेश कांग्रेस की ओर से महानगर
जागरण संवाददाता, कोलकाता : नोटबंदी की वर्षगांठ पर बुधवार को प्रदेश कांग्रेस की ओर से महानगर स्थित आरबीआइ कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया गया जिसकी अगवाई प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने की। इस मौके पर बोलते हुए चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि आखिर नोटबंदी का फैसला किसके हित के मद्देनजर लिया गया? आरबीआइ के समक्ष सभा को संबोधित करते हुए चौधरी ने कहा कि आवाम विरोधी नोटबंदी के फैसले के एक साल पूरे हो गए हैं, यह कहा गया था कि काले धन और आतंकवाद पर अंकुश लगाने को यह फैसला लिया गया था, हमारा सवाल यह है कि क्या काला धन आया? क्या काश्मीर घाटी में आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगाई जा सकी? उत्तर है नहीं। फिर सवाल यह है कि आखिर मोदी सरकार ने जनता विरोधी इस निर्णय को किसके हित में लिया? उन्होंने कहा कि 500 और 1000 के नोट बैन का खामियाजा देश को भारी नुकसान के साथ भुगतना पड़ा है ऐसे में मोदी और केंद्र सरकार को चाहिए कि वे साफ करें कि उक्त निर्णय किसके हित को ध्यान में रख कर लिया गया? उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था रसातल में पहुंच चुकी है, जीडीपी विकास दर में भारी गिरावट आई है। लोग बेरोजगार हुए हैं, केंद्र सरकार झूठे वादे और बड़े-बडे़ दावे करने में व्यस्त है। सरकार को चाहिए कि लंबी-लंबी बातें करने के बजाय जमीनी हकीकत को समझे। चौधरी ने कहा कि काला धन लाने के नाम पर मोदी सरकार ने देश की जनता के साथ विश्वासघात किया।
वहीं, इस दौरान आरबीआइ के समक्ष उपस्थित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार और मोदी विरोधी नारे लगाए। इससे पहले महानगर समेत राज्य भर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काला दिवस पालन किया और विरोध जुलूस निकाला गया। इस दिन दक्षिण कोलकाता युवा काग्रेस कमेटी की ओर से दोपहर में बेकबागान क्रॉसिंग के सामने से नोटबंदी के खिलाफ विरोध जुलूस निकाला गया। शाम में सुबोध मल्लिक स्क्वायर से धर्मतल्ला तक जुलूस निकाला गया जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए। इससे पहले दोपहर में पूर्व बर्द्धमान में विरोध जुलूस निकालने के दौरान भाजपा और कांग्रेस समर्थकों के बीच झड़प हुई।